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Rich Dad, Poor Dad: दुनिया को अमीर बनने का सलीका सिखाने वाला अरबों के कर्ज़ में क्यों है ?

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Rich Dad, Poor Dad: दुनिया को अमीर बनने का सलीका सिखाने वाला अरबों के कर्ज़ में क्यों है ?

Posted by Admin | 7 January, 2024

रॉबर्ट कियोसाकी (Robert Kiyosaki) की किताब ‘रिच डैड, पुअर डैड’ (Rich Dad Poor Dad) पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली किताबों में एक है। 1997 में प्रकाशित इस किताब की अब तक चार करोड़ कॉपियां बिक चुकी हैं। दुनिया को पैसा कमाने का सलीका सिखाना वाले इस शख्स ने सबको ये बताकर हैरान कर दिया कि उनके ऊपर इस समय दस हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। हिन्दुस्तान के लोगों को इस जानकारी ने और भी हैरान कर दिया। बड़े समझदार और एक्सपीरिएंस हिन्दुस्तानियों ने हंसते हुए कहा, देखो, सबको अमीर बनने का तरीका सिखा रहे थे, ख़ुद कर्ज के दलदल में हैं, ये क्या सिखाएंगे। लेकिन यंगिस्तान यानी हिन्दुस्तान के युवाओं को इसमें प्वाइंट समझ में आया है। तो आइये समझते हैं क्या है कर्ज से कामयाबी की कहानी।

रॉबर्ट कियोसाकी कौन हैं?

अप्रैल 1947 को जन्मे रॉबर्ट टोरू कियोसाकी एक अमेरिकी बिजनेसमैन और सेलिब्रटी राइटर हैं। नब्बे के दशक में जब यू-ट्यूब और इंस्टाग्राम रील्स जैसे वीडियो प्लेटफॉर्म नहीं होते थे, किताबों के जरिए ही लोग जानकारी सीखते थे।

ऐसे ही दौर में रॉबर्ट टोरू कियोसाकी साहब ने धनी बनने के तरीके पूरी दुनिया के लोगों को समझाए। इस तरीके में ज़्यादा मेहनत किए बिना धन कमाने के ट्रिक्स बताई जाती थी। भारत में भी रेलवे स्टेशनों और फाइनेंस के जानकारों के बीच उनकी सबसे मशहूर किताब रिच डैड, पुअर डैड’ के अनुवाद जबरदस्त  बिकते रहे। कहानियों के जरिए बेहद आसान भाषा में अर्थशास्त्र और इनवेस्टमेंट सिखाने का रॉबर्ट का तरीका बेहद शानदार है। कियोसाकी ने रिच ग्लोबल एलएलसी और रिच डैड कंपनी की स्थापना की।

इस कंपनी के ज़रिए कियोसाकी साहब किताबों, वीडियो कैसेट्स, टिकट वाले वर्कशॉप के जरिए कारोबार

और पैसा कमाने की शिक्षा वैसे ही देते रहे, जैसे आजकल रील्स और यू-ट्यूब के ज़रिए हज़ारों लोग दे रहे हैं। जैसे सोशल मीडिया इंनफ्लूएंसर अपने वीडियो के साथ पेड कैम्पेन के पैसे कमाते हैं, वैसे ही

कियोसाकी साहब ने भी ख़ूब पैसा बनाया।

कियोसाकी साहब का नाम इसलिए भी बड़ा हो गया, क्योंकि उन्होंने बेहद आसान भाषा और आम जीवन के उदाहरणों के जरिए पैसे कमाने के तरीके सिखाए। उन्होंने पढ़ाई के दौरान कार्गो शिप पर काम किया, जिसने उनको पूरी दुनिया में यात्रा करने का मौका दिया। इन यात्राओं के दौरान उन्होंने पूरी दुनिया में बहुत ज़्यादा ग़रीबी देखी, जिसने उनको इन किताबों का लिखने का आइडिया दिया।  1974 से लेकर 1978 तकउन्होंने ज़ीरक्स कॉरपोरेशन के लिए एक सेल्समैन की नौकरी की, जिससे उनको मार्केटिंग का अनुभव हासिल हुआ। बाद में उन्होंने रिएल इस्टेट, होटल, गोल्फ कोर्स, तेल कुओं, सोलर आदि बहुत जगह इनवेस्टमेंट करके ख़ूब पैसा बनाया। पूरी दुनिया उनको एक कामयाब और अमीर लेखक के तौर पर जानती है। लेकिन कुछ दिनों पहले उन्होंने इंस्टाग्राम के एक वीडियो में ये बताकर हैरान कर दिया कि उनके ऊपर करीब 1.2 बिलियन डॉलर यानी करीब दस हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। अब यहां से वे विवादों में आ गए। हो सकता कियोसाकी साहब ने ये बयान ख़ुद को चर्चा में लाने के लिए दिया हो, लेकिन इससे ढेरों सवाल भी खड़े हो गए। जो शख्स तीस साल से पूरी दुनिया को अमीर बनने के तरीके सिखा रहा है, वह कर्ज के दलदल में क्यों हैं ख़ासकर हिन्दुस्तानियों का जो सोचने का  तरीका है, उसमें से इसे नाकामयाबी माना जाता है, लेकिन   कियोसाकी साहब ने कहा कि नहीं ये गुड डेट है यानी अच्छा कर्ज। अब कर्ज भी अच्छा कैसे हो सकता है, यही सवाल खड़ा हो गया। तो इस सवाल के जवाब के साथ ही यंगिस्तान के लिए भी बहुत सारी इनवेस्टमेंट टिप्स हैं।

कर्ज लेकर दौलत बनाओ

रॉबर्ट कियोसाकी की 336 पेज वाली फेमस किताब रिच डैडपुअर डैड 1997 में प्रकाशित हुई थी. अब तक इस किताब की करोड़ से ज्यादा कॉपियां बिक चुकी हैं. कियोसाकी कहते हैं आप नौकरी करके, कारोबार करके अमीर बनने में अपने कई साल गंवा दोगे, लेकिन कैलकुलेटेड रिस्क लेकर इनवेस्टमेंट करके ढेर सारे पैसे कमा सकते हो। उनकी मौजूदा नेटवर्थ 100 मिलियन डॉलर के आस-पास बताई जाती है।

इस बेस्टसेलर ( best seller ) राइटर ने बताया कि कर्ज लेकर इनवेस्टमेंट ( investment ) करने से और फायदा होता है। मान लीजिए आप बैंक से दस परसेंट इंटरेस्ट रेट पर लोन लेते हैं और उसे बड़ी कंपनियों के उन शेयरों में लगा देते हैं, जो आगे चलकर निश्चित ही फायदे में आने की क्षमता रखती हैं, तो आपने जो ब्याज बैंक को चुकाया, उससे दस गुना आप शेयर मार्केट से कमा लेंगे।

रिच डैडपुअर डैड के लेखक  कियोसाकी  कहते हैं कर्ज से एसेट बनाने में हेल्प मिलती है। वह कहते हैं- मेरे ऊपर 1.2 बिलियन डॉलर का कर्ज है. अगर मैं बर्बाद होता हूं तो बैंक भी बर्बाद होंगे। लेकिन ये मेरी टेंशन नहीं है। कियोसाकी के अनुसारउन्होंने एसेट खरीदने में कर्ज के पैसों का ख़ूब इस्तेमाल किया है। उनका कहना है कि वे कैश में सेविंग करने के बजाय अपनी कमाई को सोने-चांदी में लगा देते हैं, क्योंकि इनका मार्केट कभी नहीं गिरता। इसलिए आप मेरे ऊपर ढेरों कर्ज चढ़ गया है, लेकिन जितना कर्ज है, उससे सौ गुना संपत्ति खड़ी हो गई है।

सोने-चांदी में निवेश से कितना फायदा ?

कियोसाकी  साहब ने बताया कि उनके पास कई टन सोना-चांदी है. उन्होंने 2022 में एक कॉन्फ्रेंस में बताया था कि

मेरे पास अर्जेंटीना में एक सिल्वर माइन थीजिसे मुझसे कनाडा की माइनिंग कंपनी Yamana Gold ने खरीदा. मेरे पास टनों सोना-चांदी है. इसी आधार पर  कियोसाकी  अपने ऊपर जमा हुए कर्ज को अच्छा कर्ज यानी गुड डेट बताते हैं। दरअसल पर्सनल फाइनेंस ( personal finance ) की दुनिया में कर्ज को दो कैटेगरी- गुड डेट और बैड डेट में बांटा जाता है। अगर कर्ज लेकर उसे इस तरहइ से इन्वेस्ट किया जाए कि भरे जाने वाले ब्याज से ज्यादा कमाई हो सकेतो उसे गुड डेट कहा जाता है। कियोसाकी साहब कहते हैं कि उन्होंने भी कर्ज लेकर उसे दौलत बनाने वाली प्रॉपर्टी में इनवेस्ट किया। इससे उनकी दौलत कई गुना बढ़ गई। इसको इस तरह समझिए जैसे हिन्दुस्तान में लोग होम लोन लेते हैं, और उसे सेफ माना जाता है, कुछ वही तरीका कियोसाकी ने इस्तेमाल किया। लेकिन यहां ये बात भी ध्यान में रखनी चाहिए कि कियोसाकी, अमेरिका के जिन बैंकों से कर्ज लेते हैं, वहां इंट्रेस्ट रेट भारत की तुलना में बहुत कम होता है, जबकि यहां इंटरेस्ट रेट के बराबर मुनाफा कमाने में कई साल लग सकते हैं, अगर बीच में कहीं बड़ा नुकसान हो गया तो ये सारा गणित पलट सकता है। इसलिए जोखिम को अपने देश के हिसाब से समझना होगा। कई बार प्रॉपर्टी के रेट भी गिरते हैं और कई बार शेयर मार्केट भी धराशायी होता है, यंगिस्तान (yountistan) को सलाह है कि सारी टिप्स को अपने देश और हालात के हिसाब से समझकर ही फॉलो करो।

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