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प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ से बिजली बेचकर कैसे करें कमाई ?

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प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना' से बिजली बेचकर कैसे करें कमाई?

Posted by Admin | 22 January, 2024

चुनाव से ठीक पहले प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष का पूरा काम तमाम करने की तैयारी कर ली है। मोदी ने पीएम सूर्योदय योजना का ऐलान करके विपक्ष को चारों खाने चित कर दिया। मोदी ने पीएम सूर्योदय योजना को भगवान श्री राम के सूर्यवंश से जोड़कर पेश किया है। इस योजना के तहत हर देशवासी अपने घर की छत पर सोलर बिजली सिस्टम ( Solar Energy system )
लगवाकर भारी कमाई कर सकता है। केवल आपके पास घर की छत होनी चाहिए, बाकी सारा काम केन्द्र सरकार करेगी। अभी कमजोर आय वर्ग के लोगों को बिजली के बिल के तौर पर अपनी कमाई का बड़ा हिस्‍सा खर्च करना पड़ता है। बिजली के बिल पर देश में राजनीति भी होती रही है। कभी बिलों की माफी तो कभी मुफ्त बिजली के मुद्दे पर लोगों को लुभाने की कोशिश की जाती रही है। दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार मुफ्त बिजली-पानी स्कीम देकर खासे वोट बटोर रही है। मोदी ने इस स्‍कीम के जरिये ऐसे मुद्दों पर राजनीति खत्‍म करने का रास्‍ता भी बना दिया है। जाहिर है इससे इंडिया गठबंधन की पार्टियां भड़क गई हैं।

क्या है प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना ?

पीएम की नई स्‍कीम प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना ( PM Sruyoday scheme) में सरकार ने 1 करोड़ से ज्‍यादा घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने का टारगेट सेट किया है। इसका मकसद गरीब और मध्‍य वर्ग के बिजली के बिलों में कटौती करना है। इस स्‍कीम के जरिये सरकार की ऊर्जा क्षेत्र में आत्‍मनिर्भरता लाने की भी मंशा है। इस स्‍कीम के बारे में पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्‍लेटफॉर्म ‘एक्‍स’ पर पोस्‍ट करके जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने अपने पोस्‍ट में कहा, ‘सूर्यवंशी भगवान श्री राम के आलोक से विश्व के सभी भक्तगण सदैव ऊर्जा प्राप्त करते हैं। आज अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर मेरा ये संकल्प और प्रशस्त हुआ कि भारतवासियों के घर की छत पर उनका अपना सोलर रूफ टॉप सिस्टम हो। अयोध्या से लौटने के बाद मैंने पहला निर्णय लिया है कि हमारी सरकार 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने के लक्ष्य के साथ ‘प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना’ प्रारंभ करेगी। इससे गरीब और मध्यम वर्ग का बिजली बिल तो कम होगा ही, साथ ही भारत ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर भी बनेगा।’e

कैसे ले सकते हैं फायदा ?

अब सवाल उठता है कि आप इसका फायदा कैसे ले सकते हैं। ये जानने से पहले इस योजना से जुड़ी मोटी मोटी बातें समझ लीजिए। इस योजना के तहत सरकार आर्थिक रूप के कमजोर लोगों के घरों पर रूफटॉप सोलर इंस्टॉल करेगी। इससे उनकी खुद की बिजली की जरूरत तो पूरी होगी ही, साथ ही एक्सट्रा इलेक्ट्रिसिटी बेचकर कमाई भी कर सकेंगे। फिलहाल केंद्र सरकार सोलर एनर्जी से जुड़ी एक योजना ‘नेशनल रूफटॉप स्कीम’ चला रही है। इस योजना के तहत अगर आप अपनी छत पर सोलर पैनल लगाना चाहते हैं तो 3 किलोवाट क्षमता के सोलर पैनल लगाने पर सरकार की ओर से 40% सब्सिडी दी जाती है। अगर आप 10 किलोवाट लगाते हैं तो सरकार आपको 20% सब्सिडी देगी। इसके तहत लाभार्थी को मिनिस्ट्री ऑफ न्यू एंड रीन्यूएबल एनर्जी (MNRE) इसका चयन पावर डिस्ट्रिब्यूटर्स की ओर से दी गई जानकारी के आधार पर करता है। इस योजना के तहत अभी भी देश में 10,407 मेगावाट बिजली पैदा हो रही है।
रूफटॉप सोलर योजना फेज-2 के तहत 30 नवंबर 2023 तक देश में रूफ टॉप सोलर से 2,651 मेगावाट क्षमता को स्थापित किया जा चुका है। सेंट्रल रीन्यूवेबल एनर्जी मंत्रालय का दावा है कि रूफटॉप सोलर कार्यक्रम के दोनों फेज से अभी 10,407 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। अब मोदी सरकार ने रूफटॉप योजना के सेकेंड फेज की टाइम लिमिट को 31 मार्च 2026 तक बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं इसका फायदा उठाने के लिए जो शर्ते हैं, उनमें भी ढील दे दी है। अब इस योजना के तहत सामान्य श्रेणियों के राज्यों के लिए 3 किलोवाट क्षमता के पैनल के लिए प्रति किलोवाट 14,588 रुपए की सब्सिडी दी जा रही है। सेकेंड फेज कार्यक्रम के पूरा करने पर 11,814 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इसमें केंद्रीय वित्तीय सहायता यानी CFA के 6600 करोड़ रुपए और वितरण कंपनियों को 4,985 करोड़ रुपए का प्रोत्साहन शामिल है।
रूफटॉप सोलर कार्यक्रम के सेकेंड फेज में रूफटॉप सोलर स्थापित करने में गुजरात सबसे आगे है। यहां 1956 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो चुका है, जबकि कुल स्टोरेज कैपेसिटी 3174 मेगावाट हो चुकी है। सेकेंड फेज के तहत बिजली उत्पादन करने में केरल दूसरे नंबर पर है, जहां अब तक 211 मेगावाट बिजली रूफटॉप पर प्रोड्यूस हो रही है। इस मामले में नंबर तीन पर महाराष्ट्र है, जहां 117 मेगावाट बिजली रूफटॉप से मिलनी शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना का ऐलान करते हुए पीएम मोदी ने 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सोलर लगाने की बात कही है। हालांकि, पहले ये कहां लगेंगे, इस पर जल्‍द ही सरकार रोडमैप पेश कर सकती है। इस मुद्दे पर इंडिया गठबंधन में शामिल दलों ने चुनावी स्टंट करार दिया है। उनका कहना है कि मोदी शिगूफे छोड़ने में माहिर हैं और चुनाव पूरे होने तक ऐसी फर्जी घोषणाएं की जाती रहेंगी।

क्या होता है सोलर रूफ टॉप सिस्टम? अब जान लीजिए क्या होता है सोलर रूफ टॉप सिस्टम?

दरअसल सोलर रूफ टॉप सिस्टम एक प्रकार की फोटोवोल्टिक
यानी पीवी सिस्टम होता है जो किसी बिल्डिंग की छत पर
लगा दी जाती है। यह प्रणाली सूर्य की ऊर्जा से बिजली पैदा करके
पहले आपकी जरूरत पूरी करती है और बचने पर सरकार इसे खरीद लेती है।

कैसे काम करता है सिस्टम ?

अब सवाल उठता है कि कैसे ये सिस्टम लगता है। आपको मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरना होता है। वहां से आपको ये सामान दिए जाते हैं।
सोलर पैनल(Solar Panel): इस सोलर पैनल का काम सूरज की रौशनी को बिजली में बदलने का काम करता है।
इन्वर्टर: इन्वर्टर डीसी बिजली को एसी बिजली में बदल देता है,
जिससे बिजली के सारे उपकरणों को चलाया जा सकता है।
बैटरी: सोलर पैनल से बनी बिजली को इकट्ठा करने का काम बैटरी करती है। जब सूरज नहीं होता या बादल होते हैं, तब इस बैटरी की बिजली से घर की जरूरत पूरी होती रहती है।
ग्रिड कनेक्टेड सिस्टम: ग्रिड कनेक्टेड सिस्टम आपके
घर या व्यवसाय को बिजली ग्रिड से जोड़ता है, जो बिजली ज़्यादा होती है, उसे सरकार ग्रिड में भेज दिया जाता है। मीटर में रीडिंग आ जाती है, जिससे पता लगता रहता है कि आपने कितनी बिजली सरकार को बेची, उसका पैसा आपके एकाउंट में आ जाता है।

कैसे फायदा होता है ?

अब जान लीजिए सोलर रूफ टॉप (Solar Roof Top) सिस्टम से फायदे कितने हैं-
पहला फायदा ऊर्जा बचत: सोलर रूफ टॉप सिस्टम बिजली बिलों को कम करने में मदद कर सकते हैं.
दूसरा फायदा स्वच्छ ऊर्जा: सोलर रूफ टॉप सिस्टम प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते ह
तीसरा फायदा घर की कीमत बढ़ेगी- सोलर रूफ टॉप सिस्टम
लगने पर आपके घर या कारोबार की कीमत बढ़ जाती है।
तो इतने फायदे हैं तो फौरन इस स्कीम से जुड़ जाइये और फायदा उठाइये।

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