Fitness Band- चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के ख़िलाफ विराट कोहली के शतक के पीछे उनके ‘फिटनेस बैण्ड’ का कितना हाथ है, क्यों ज़रूरी हैं ‘फिटनेस बैण्ड’ पूरी जानकारी
Posted by Nirmal |24 February, 2025

Virat Kohli’s Fitness Band- पाकिस्तान के खिलाफ ICC चैपियंस ट्रॉफी (ICC Champions Trophy) में विराट कोहली ( Virat Kohli) ने शानदार शतक ( century) जड़ा। इसके पहले उनकी फॉर्म को लेकर चिन्ता ज़ाहिर की जा रही थी। मैच के दौरान विराट कोहली के हाथ में एक एक छोटा सा फिटनेस बैण्ड था। बताते हैं इस बैण्ड ने उस दिन ग़जब काम किया। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह बैंड विराट को उनकी फिटनेस ( fitness), रिकवरी, और स्ट्रेस लेवल को मैनेज करने में मददगार रहा। विराट कोहली ने Whoop 4.0 कंपनी का बैण्ड पहना था। लेकिन मार्केट में कई बड़ी ब्रैण्ड के Fitness Band लोकप्रिय हो रहे हैं। आजकल के युवा फिटनेस को लेकर साफी अलर्ट रहते हैं और ये फिटनेस बैण्ड उनकी सेहत का पूरा लेखा-जोखा हर समय उनको बताते रहते हैं। युवाओं की आवाज बन चुका youngistan.co.in आज आपको बताएगा कि फिटनेस क्या होते हैं, क्यों ज़रूरी हैं, इनके फायदे-नुकसान, इनकी रेंज आदि की पूरी डिटेल्स आपको दे रहे हैं।
दरअसल फिटनेस बैण्ड घड़ी जैसा एक छोटा डिवाइस होता है, लेकिन इसमें घड़ी की तरह कोई डिस्प्ले नहीं होता है। ये एक लाइटवेट डिवाइस है, इसमें कुछ सेंसर लगे होते हैं, जो 24×7 आपकी बॉडी के टच में रहते हुए काम करते रहते हैं। विराट कोहली के फिटनेस बैण्ड Whoop के फाउंडर विल अहमद का दावा है कि इसको बनाने के लिए उन्होंने साइंटिस्ट और डॉक्टर्स के साथ मिलकर काम किया। इसलिए जो काम दूसरे फिटनेस बैण्ड नहीं कर पाते, ये बैण्ड करने की काबिलियत रखता है। हालांकि मार्केट में कई और ब्रैण्ड के फिटनेस भी अच्छा काम करते हैं। हो सकता है कि विराट कोहली ने इस ब्रैण्ड के साथ टाई-अप किया हो, इसलिए हम सारे ही फिटनेस बैण्ड के बारे में आपको बताते हैं।
Whoop 4.0 एक “रिकवरी बैंड” है, जो एथलीट्स को उनकी बॉडी की स्ट्रेन और रेस्ट की जरूरत समझने में मदद करता है। यह डिवाइस HRV (हार्ट रेट वेरिएबिलिटी) के आधार पर बताता है कि एथलीट आज कितना पुश कर सकता है। पाकिस्तान के खिलाफ मैच से पहले विराट ने इस बैंड के डेटा का इस्तेमाल करके अपनी नींद और डाइट को ऑप्टिमाइज किया होगा। इसका नतीजा यह रहा कि वे मैच के दौरान 100% एनर्जी के साथ खेले।
फिटनेस बैंड क्या होते है?
फिटनेस बैंड ( fitness band) एक “स्मार्ट घड़ी” ( smart watch ) जैसा डिवाइस है, जिसे आप कलाई पर पहनते हैं। यह आपकी रोजाना गतिविधियों, हेल्थ डेटा, और फिटनेस गोल्स को ट्रैक करता है। जैसे:
· रोजाना चले गए कदम
· दिल की धड़कन की रफ्तार
· नींद की गुणवत्ता
· कैलोरी बर्न
· ऑक्सीजन लेवल
· स्ट्रेस लेवल
Whoop 4.0 जैसे एडवांस्ड बैंड्स 24×7 बॉडी मॉनिटरिंग करते हैं और यह भी बताते हैं कि आपका शरीर कितना थका है या कितना रेस्ट लेने की जरूरत है। इनमें कई सेंसर लगे होते हैं जो शरीर के डेटा को कलेक्ट करके ऐप के जरिए आपको रिपोर्ट देते हैं।
फिटनेस बैंड के 10 बड़े फायदे

1. स्टेप काउंटर: अगर आप दिनभर डेस्क पर बैठे रहते हैं, तो यह बैंड आपको “चलो, अभी 100 कदम और चलें!” जैसे अलट्र्स देकर एक्टिव रखता है।
2. हार्ट हेल्थ मॉनिटरिंग: अनियमित धड़कन या हाई बीपी की समस्या को पहचानने में मदद।
3. स्लीप ट्रैकिंग: बताता है कि आपकी नींद कितनी डीप, लाइट, या REM (सपनों वाली नींद) थी।
4. कैलोरी ट्रैकर: दिनभर में खाई और बर्न की गई कैलोरी का पूरा हिसाब।
5. वर्कआउट मोड: जिम, योगा, साइकिलिंग जैसी एक्टिविटीज के लिए अलग-अलग मोड।
6. स्ट्रेस मैनेजमेंट: सांस लेने की एक्सरसाइज या मेडिटेशन के टिप्स।
7. हेल्थ अलर्ट्स: ऑक्सीजन लेवल कम होने या अनियमित हार्टबीट की चेतावनी।
8. वॉटरप्रूफ डिज़ाइन: तैराकी या बारिश में भी यूज कर सकते हैं।
9. लंबी बैटरी: कुछ बैंड्स की बैटरी 10-15 दिन तक चलती है।
10. सोशल मोटिवेशन: दोस्तों के साथ स्टेप्स कॉम्पिटिशन जैसे फीचर्स।
सही फिटनेस बैंड कैसे चुनें?

1. बजट:
o ₹1,500-3,000: Xiaomi Mi Band, Realme Band
o ₹5,000-10,000: Fitbit Charge, Huawei Band
o ₹15,000+: Garmin, Apple Watch
2. फीचर्स: अगर आप एथलीट हैं, तो GPS और HRV ट्रैकिंग वाले बैंड चुनें। आम लोगों के लिए बेसिक स्टेप और स्लीप ट्रैकिंग काफी है।
3. कंफर्ट: हल्का और स्किन-फ्रेंडली मटीरियल वाला बैंड चुनें, ताकि लंबे समय तक पहन सकें।
4. ऐप कंपैटिबिलिटी: चेक करें कि बैंड Android/iOS के साथ काम करता है या नहीं।
5. बैटरी लाइफ: अगर बार-बार चार्ज करना पसंद नहीं, तो 7+ दिन की बैटरी वाला मॉडल लें।
टॉप 5 फिटनेस बैंड्स

1. Xiaomi Mi Band 7:
o कीमत: ₹2,500
o खासियत: 1.62” AMOLED डिस्प्ले, स्पोर्ट्स मोड, 14 दिन बैटरी।
2. Fitbit Charge 5:
o कीमत: ₹13,999
o खासियत: ECG, स्ट्रेस मॉनिटरिंग, GPS।
3. Amazfit Bip U Pro:
o कीमत: ₹3,999
o खासियत: ब्लड ऑक्सीजन, 60+ स्पोर्ट्स मोड।
4. Samsung Galaxy Fit 2:
o कीमत: ₹3,990
o खासियत: ऑटो वर्कआउट डिटेक्शन, 21 दिन बैटरी।
5. Apple Watch SE:
o कीमत: ₹29,900
o खासियत: एमरजेंसी SOS, वॉटर रेजिस्टेंट, हेल्थ अपडेट्स।
क्या आम लोगों के लिए है जरूरी?
1. ऑफिस वर्कर्स: 8-10 घंटे की डेस्क जॉब में बैठे रहने वालों को “सिटिंग अलर्ट्स” से मदद मिलती है।
2. डायबिटीज पेशेंट्स: ब्लड शुगर लेवल के साथ एक्टिविटी को मैनेज करने में मददगार।
3. हाउसवाइफ्स: घर के काम के दौरान बर्न हुई कैलोरी और स्टेप्स का पता चलता है।
4. स्टूडेंट्स: पढ़ाई के स्ट्रेस को कम करने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज रिमाइंडर।
5. सीनियर्स: हार्ट रेट और स्लीप पैटर्न पर नजर रखकर बीमारियों से बचाव।
क्या नहीं कर सकते ये गैजेट्स?

· ये मेडिकल डिवाइस नहीं हैं, इसलिए इनके डेटा को 100% सटीक न मानें।
· प्राइवेसी इश्यू: कुछ ऐप्स आपके हेल्थ डेटा को थर्ड पार्टी के साथ शेयर कर सकते हैं।
· ओवर-रिलायंस: सिर्फ बैंड पर निर्भर रहकर अपने शरीर की सुनने की आदत न छोड़ें।
फिटनेस बैंड्स “प्रिवेंटिव हेल्थकेयर” का एक आसान तरीका हैं। ये आपको सेहतमंद आदतें बनाने, बीमारियों से बचाव करने, और फिटनेस गोल्स तक पहुंचने में मदद करते हैं। विराट कोहली जैसे टॉप एथलीट्स से लेकर आपके पड़ोस के राहुल तक, सभी इसका फायदा उठा सकते हैं। तो क्यों न आज ही अपनी कलाई पर ये “हेल्थ गार्डियन” बांधें और सेहत की दुनिया में कदम रखें? लेकिन यहां ये समझना ज़रूरी है कि तकनीक तभी काम आती है जब आप उसका सही इस्तेमाल करें। फिटनेस बैंड आपका साथी है, सलाहकार नहीं। यंगिस्तान आपको अलर्ट करता है कि इस जानकारी को अपने डॉक्टर से कन्फर्म करना न भूलें। हमने केवल युवाओं के एक ट्रेन्ड की जानकारी दी है, किसी भी ब्रैण्ड का प्रमोशन नहीं किया है। आप किसी भी ब्रैण्ड को लेने से पहले ख़ुद भी पड़ताल ज़रूर करें।
लेखक- नवीन निर्मल

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