SINGA Scholarships For Indians- सिंगापुर में फ्री में पढ़ाई करो, दो लाख पॉकेट मनी ऊपर से, उम्र का बंधन नहीं, SINGA स्कॉलरशिप में Indian Students की लॉटरी लग गई, पूरी पड़ताल
Posted by Admin | 16 March, 2025

Free Education on Foreign Countries For Indians- बड़ी संख्या में भारतीयों ( Indians) की चाहत विदेशों में जाकर बसने की होती है। हाल ही में हमने देखा कि कैसे अमेरिका ( United States) में अवैध तरीके ( Illegal ) से गए भारतीयों को जबरन भारत भेज दिया गया। ये लोग घर-ज़मीन बेचकर अवैध तरीके से विदेश गए थे। अगर वाकई में विदेश में बसना चाहते हैं, इसका सबसे अच्छा तरीका है पहले पढ़ाई के लिए वहां जाओ। फिर आप कहेंगे कि लाखों की फीस और रहने-खाने का खर्च कहां से उठा पाएंगे, तो इसका भी समाधान है। विदेश की कई यूनिवर्सिटीज ( foreign universities ) मेधावी स्टूडेन्ट्स ( topper students) को स्कॉलरशिप ( scholarship ) ऑफर कर रही हैं। सिंगापुर ( Singapore) एक ऐसा ही देश है, जहां भारतीय छात्रों को फ्री में पढ़ाई ( free education) और दो लाख रुपये पॉकेट मनी ( stipend for students ) के तौर पर मिलते हैं। यंगिस्तान ( youngistan.co.in) आज आपको सिंगापुर में एडमिशन ( admission in Singapore ) पाने की पूरी जानकारी देगा।
अमीर देश सिंगापुर अपनी शानदार शिक्षा व्यवस्था ( education system ) और रिसर्च (research education) के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता है। यहां की SINGA यानी ‘सिंगापुर इंटरनेशनल ग्रेजुएट अवार्ड’ स्कॉलरशिप भारतीय स्टूडेंट्स समेत दुनिया भर के टैलेंटेड स्टूडेंट्स के लिए किसी सपने से कम नहीं है। अगर आप PhD या इंजीनियरिंग डॉक्टरेट (EngD) करना चाहते हैं और रिसर्च में इंटरेस्ट रखते हैं, तो ये आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। इस स्कॉलरशिप के जरिए आपको न सिर्फ फ्री में पढ़ाई करने का मौका मिलता है, बल्कि हर महीने अच्छी पॉकेट मनी भी दी जाती है, ताकि आप सिंगापुर में आराम से रह सकें।
SINGA स्कॉलरशिप क्या है?

सिंगापुर सरकार और वहां की टॉप यूनिवर्सिटीज मिलकर एक स्कॉलरशिप प्रोग्राम चलाती है, जिसका नाम है SINGA। इसका मकसद है कि दुनिया भर के होनहार स्टूडेंट्स सिंगापुर आएं और वहां रिसर्च के जरिए साइंस, टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग जैसे फील्ड्स में नई खोज करें। ये स्कॉलरशिप खास तौर पर PhD और EngD प्रोग्राम्स के लिए है। यानी अगर आप ग्रेजुएशन या मास्टर्स पूरा कर चुके हैं और अब रिसर्च करना चाहते हैं, तो ये आपके लिए एकदम सही है।
SINGA से क्या-क्या फायदे मिलते हैं?
SINGA स्कॉलरशिप लेने वाले स्टूडेंट्स को कई सारी सुविधाएं मिलती हैं, जो इसे इतना खास बनाती हैं। चलिए, इसे पॉइंट्स में समझते हैं:
Free Admission and free tuition fee-
आपको 4 साल तक PhD या EngD की पढ़ाई के लिए कोई ट्यूशन फीस नहीं देनी पड़ती। यानी पूरी पढ़ाई मुफ्त में होगी।
Stipend every month
शुरू में आपको हर महीने 2,700 सिंगापुर डॉलर (लगभग 1.76 लाख रुपये) मिलते हैं। अगर आप क्वालिफाइंग एग्जाम पास कर लेते हैं, तो ये बढ़कर 3,200 सिंगापुर डॉलर (लगभग 2 लाख रुपये) हो जाते हैं। इतने पैसे में आप सिंगापुर में आसानी से रह सकते हैं, खा-पी सकते हैं और अपने छोटे-मोटे शौक भी पूरे कर सकते हैं।
सेटल होने के लिए एक्स्ट्रा पैसा

सिंगापुर पहुंचने पर आपको 1,000 सिंगापुर डॉलर (लगभग 65,000 रुपये) दिए जाते हैं, ताकि आप वहां सेटल हो सकें। ये एक तरह का वेलकम बोनस है।
हवाई जहाज का किराया:
आपको भारत से सिंगापुर आने-जाने के लिए 1,500 सिंगापुर डॉलर (लगभग 98,000 रुपये) अलग से मिलते हैं। यानी आपकी ट्रैवल कॉस्ट भी कवर हो जाती है।
रिसर्च का मौका:
आप सिंगापुर की टॉप यूनिवर्सिटीज में वर्ल्ड-क्लास लैब्स और प्रोफेसर्स के साथ काम कर सकते हैं। ये आपके करियर के लिए बहुत बड़ा प्लस पॉइंट है।
कौन-कौन सी यूनिवर्सिटीज शामिल हैं?

SINGA स्कॉलरशिप सिंगापुर की कुछ सबसे मशहूर यूनिवर्सिटीज और रिसर्च इंस्टीट्यूट्स के साथ मिलकर दी जाती है। इनमें शामिल हैं:
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर (NUS): ये एशिया की टॉप यूनिवर्सिटीज में से एक है।
नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU): टेक्नोलॉजी और इंजीनियरिंग में इसका नाम बहुत बड़ा है।
सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिजाइन (SUTD): डिजाइन और इनोवेशन में ये बहुत आगे है।
एजेंसी फॉर साइंस, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च (A*STAR): ये सिंगापुर का सबसे बड़ा रिसर्च ऑर्गनाइजेशन है।
सिंगापुर मैनेजमेंट यूनिवर्सिटी (SMU): मैनेजमेंट और टेक्नोलॉजी में इसका जलवा है।
सिंगापुर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (SIT): प्रैक्टिकल एजुकेशन के लिए मशहूर है।
इनमें से किसी भी इंस्टीट्यूशन में पढ़ने का मौका मिलना अपने आप में बहुत बड़ी बात है।
SINGA के लिए कौन अप्लाई कर सकता है?

अब सवाल ये है कि इस स्कॉलरशिप के लिए कौन-कौन एलिजिबल है? तो चलिए, इसे आसान भाषा में समझते हैं:
पढ़ाई में अच्छा रिकॉर्ड: आपकी ग्रेजुएशन या मास्टर्स की डिग्री अच्छे मार्क्स के साथ होनी चाहिए। खास तौर पर रिसर्च का अनुभव होना बहुत जरूरी है।
अंग्रेजी में दक्षता: आपको अंग्रेजी बोलने और लिखने में अच्छा होना चाहिए, क्योंकि सिंगापुर में सारी पढ़ाई अंग्रेजी में होती है। अगर आपके पास IELTS या TOEFL का स्कोर है, तो और भी अच्छा।
रेफरेंस लेटर: आपके पास कुछ प्रोफेसर्स या टीचर्स के रिकमंडेशन लेटर होने चाहिए, जो आपकी पढ़ाई और रिसर्च स्किल्स की तारीफ करें।
फील्ड ऑफ स्टडी: आपका इंटरेस्ट बायोमेडिकल साइंसेज, कंप्यूटर साइंस, फिजिकल साइंस, टेक्नोलॉजी या इंजीनियरिंग में होना चाहिए। ये स्कॉलरशिप इन्हीं फील्ड्स के लिए है।
उम्र की कोई लिमिट नहीं: अच्छी बात ये है कि इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं है। चाहे आप 25 के हों या 35 के, आप अप्लाई कर सकते हैं।
आवेदन कैसे करें?

SINGA के लिए आवेदन करना बहुत आसान है, लेकिन आपको थोड़ा ध्यान रखना होगा। ये स्टेप्स फॉलो करें:
ऑनलाइन पोर्टल: SINGA की ऑफिशियल वेबसाइट (A*STAR की साइट) पर जाएं।
रजिस्ट्रेशन: एक अकाउंट बनाएं और अपनी बेसिक डिटेल्स भरें।
डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें: आपको अपनी डिग्री सर्टिफिकेट्स, ट्रांसक्रिप्ट्स, रेफरेंस लेटर और अगर हो तो IELTS/TOEFL स्कोर अपलोड करना होगा।
रिसर्च प्रपोजल: एक छोटा सा रिसर्च प्रपोजल लिखें, जिसमें बताएं कि आप क्या रिसर्च करना चाहते हैं।
सबमिट करें: फॉर्म चेक करें और सबमिट कर दें।
आवेदन की आखिरी तारीख 1 जून, 2025 है। अगर आपका सिलेक्शन हो जाता है, तो आपको 12 हफ्तों के अंदर बता दिया जाएगा। अभी जनवरी 2026 के इनटेक के लिए अप्लाई चल रहा है। अगर आप देर से ये आर्टिकल पढ़ रहे हैं तो चिन्ता न करें, अगले साल इन्हीं दिनों फिर ये स्कॉलरशिप निकलेगी, उसके लिए भी से तैयारी करके रखें।
SINGA क्यों चुनें?
सिंगापुर एक साफ-सुथरा, सुरक्षित और हाई-टेक देश है।
वहां की यूनिवर्सिटीज वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप पर हैं।
आपको फ्री पढ़ाई के साथ-साथ अच्छी लाइफस्टाइल जीने का मौका मिलता है।
रिसर्च के बाद जॉब के ढेर सारे ऑप्शंस मिलते हैं, खासकर सिंगापुर और एशिया में।
और कौन से देश देते हैं फ्री स्कॉलरशिप?

अब SINGA के बारे में तो आप अच्छे से समझ गए होंगे। लेकिन सिंगापुर के अलावा भी कई देश हैं जो भारतीय स्टूडेंट्स को फ्री या बहुत कम खर्च में पढ़ाई का मौका देते हैं। चलिए, इनके बारे में भी थोड़ा जान लेते हैं:
1. जर्मनी
क्या खास है: जर्मनी में पब्लिक यूनिवर्सिटीज में ट्यूशन फीस नहीं लगती, चाहे आप किसी भी देश से हों। सिर्फ एक छोटा सा सेमेस्टर फी (लगभग 20,000-30,000 रुपये) देना पड़ता है।
स्कॉलरशिप: DAAD (जर्मन एकेडमिक एक्सचेंज सर्विस) भारतीय स्टूडेंट्स को मास्टर्स और PhD के लिए फुल फंडिंग देती है। इसमें ट्यूशन, रहने का खर्च और ट्रैवल सब शामिल है।
फील्ड: इंजीनियरिंग, साइंस, टेक्नोलॉजी और आर्ट्स में ढेर सारे कोर्स हैं।
क्यों चुनें: जर्मनी की डिग्री पूरी दुनिया में मान्य है और वहां पढ़ाई के बाद जॉब मिलना आसान है।
2. स्वीडन
क्या खास है: स्वीडन में PhD की पढ़ाई पूरी तरह फ्री है, चाहे आप किसी भी देश से हों। साथ ही आपको हर महीने स्टाइपेंड भी मिलता है।
स्कॉलरशिप: स्वीडिश इंस्टीट्यूट (SI) स्कॉलरशिप मास्टर्स के लिए फुल फंडिंग देती है, जिसमें ट्यूशन फीस, रहने का खर्च और इंश्योरेंस शामिल है।
फील्ड: साइंस, टेक्नोलॉजी, एनवायरनमेंटल स्टडीज और डिजाइन।
क्यों चुनें: स्वीडन की लाइफ क्वालिटी बहुत अच्छी है और वहां इंग्लिश में ढेर सारे कोर्स उपलब्ध हैं।
3. नॉर्वे
क्या खास है: नॉर्वे की पब्लिक यूनिवर्सिटीज में कोई ट्यूशन फीस नहीं है, चाहे आप ग्रेजुएट, मास्टर्स या PhD करें।
स्कॉलरशिप: नॉर्वेजियन गवर्नमेंट कुछ खास प्रोग्राम्स के लिए स्टाइपेंड भी देती है।
फील्ड: इंजीनियरिंग, साइंस, मरीन स्टडीज और सोशल साइंसेज।
क्यों चुनें: नॉर्वे का नेचर बहुत खूबसूरत है और वहां पढ़ाई का स्तर भी टॉप क्लास है।
4. फ्रांस
क्या खास है: फ्रांस की पब्लिक यूनिवर्सिटीज में फीस बहुत कम है (लगभग 20,000-30,000 रुपये सालाना)।
स्कॉलरशिप: Eiffel Excellence Scholarship भारतीय स्टूडेंट्स को मास्टर्स और PhD के लिए फुल फंडिंग देती है। इसमें ट्यूशन, रहना और ट्रैवल सब कवर होता है।
फील्ड: इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, आर्ट्स और साइंस।
क्यों चुनें: फ्रांस की डिग्री आपको यूरोप में कहीं भी जॉब दिला सकती है।
5.ऑस्ट्रेलिया
क्या खास है: ऑस्ट्रेलिया अवॉर्ड्स स्कॉलरशिप भारतीय स्टूडेंट्स को ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट कोर्स के लिए फुल फंडिंग देती है।
फायदे: ट्यूशन फीस, रहने का खर्च, हेल्थ इंश्योरेंस और ट्रैवल कॉस्ट कवर होता है।
फील्ड: एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, हेल्थ और एजुकेशन।
क्यों चुनें: ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के बाद वर्क वीजा मिलना आसान है।
6.यूके
क्या खास है: Chevening Scholarship यूके सरकार की तरफ से भारतीय स्टूडेंट्स को मास्टर्स के लिए दी जाती है। ये फुल फंडिंग के साथ आती है।
फायदे: ट्यूशन फीस, रहने का खर्च और ट्रैवल सब कवर होता है।
फील्ड: किसी भी सब्जेक्ट में मास्टर्स कर सकते हैं।
क्यों चुनें: यूके की डिग्री बहुत वैल्यू रखती है और वहां इंग्लिश में पढ़ाई आसान है।
तो ये थी सिंगापुर की SINGA स्कॉलरशिप और कुछ दूसरे देशों की फ्री स्कॉलरशिप्स की जानकारी। SINGA उन स्टूडेंट्स के लिए परफेक्ट है जो रिसर्च करना चाहते हैं और सिंगापुर जैसे हाई-टेक देश में पढ़ाई का सपना देखते हैं। इसके अलावा, जर्मनी, स्वीडन, नॉर्वे, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और यूके जैसे देश भी भारतीय स्टूडेंट्स को ढेर सारे मौके देते हैं।
अगर आप भी विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो अभी से तैयारी शुरू कर दें। अपनी पढ़ाई पूरी करें, अंग्रेजी सुधारें और रिसर्च प्रपोजल तैयार करें। SINGA के लिए 1 जून, 2025 तक अप्लाई कर सकते हैं, तो देर न करें। अगर समय निकल गया है तो दूसरे देशों की युनिवर्सिटीज पर फोकल करें। नहीं तो अगले साल फिर इन्हीं दिनों मौका मिल सकता है। सभी देशों की स्कॉलरशिप्स के लिए उनकी ऑफिशियल वेबसाइट ज़रूर चेक करें और अपने सपनों को हकीकत में बदलें। किसी भी और जानकारी के लिए यंगिस्तान के पेज पर कॉमेन्ट करके पूछ लें।

Post Comment