Oscar 2025- आई-फोन से Hollywood मूवी बनाने वाले डायरेक्टर शॉन बेकर ने ऑस्कर में मचाया तहलका, Anora ने जीते 5 अवॉर्ड
Posted by Admin | 05 March, 2025

The 97th Academy Awards – एक कम मशहूर डायरेक्टर, जिसने अपने कैरियर में आमतौर पर कम बजट की छोटी फिल्में ही बनाई, जिसने आईफोन ( i-phone) से भी मूवी शूट की, जिसने अक्सर समाज से बहिष्कृत ( outsiders) लोगों की कहानी को अपनी फिल्मों में बेहतरीन तरीके से दिखाया, उन्हीं शॉन बेकर (Sean Baker) की फिल्म एनोरा (Anora) ने इस बार धड़ाधड़ एक के बाद एक 5 ऑस्कर अवॉर्ड ( Oscar Awards) अपने नाम करके तहलका मचा दिया। हॉलीवुड फिल्मों ( Hollywood Movies) के इतिहास में शॉन पहले ऐसे डायरेक्टर बन गए हैं, जिन्हें एक ही फिल्म के लिए एक साथ इतने अवॉर्ड मिले हैं। ऑस्कर 2025 ( Oscar Award) 2 मार्च को अमेरिका के लॉस एंजिल्स ( Los angles) के डॉल्बी थिएटर में हुआ। यंगिस्तान (youngistan.co.in) आज आपको ऑस्कर अवॉर्ड की रिपोर्ट के साथ ही डायरेक्टर शॉन बेकर की पूरी कहानी और उनकी मूवी एनोरा के बारे में सब कुछ बताएगा।
शॉन बेकर का सफर- आईफोन से ऑस्कर तक
कुछ साल पहले तक हॉलीवुड में शॉन बेकर कोई बड़ा नाम नहीं था। उनकी पहचान छोटे बजट की फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर की थी। वो बस असली जिंदगी की कहानियों को पर्दे पर लाते थे। इनकी सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये आम लोगों की जिंदगी को दिखाते हैं – वो लोग जो समाज के किनारे पर रहते हैं, मने आउटसाइडर्स, जैसे सेक्स वर्कर्स, गरीब मजदूर, या फिर सपने देखने वाले नौजवान। शॉन का फिल्मी सफर शुरू हुआ 2000 में ‘फोर लेटर वर्ड्स’ से, लेकिन असली पहचान मिली 2015 में ‘टेंजेरीन’ से। ये फिल्म खास थी क्योंकि इसे तीन आईफोन ( i-phone) से शूट किया गया था। जी हां, आपने सही सुना – एक सस्ता फोन और कुछ दोस्तों के साथ शॉन ने ऐसी फिल्म बनाई कि दुनिया देखती रह गई। ‘टेंजेरीन’ ट्रांस सेक्स वर्कर्स की कहानी थी, जो हंसी-मजाक के साथ उनकी जिंदगी की सच्चाई दिखाती थी।
उसके बाद आई ‘द फ्लोरिडा प्रोजेक्ट’ (2017), जिसमें एक मोटल में रहने वाले गरीब बच्चों और उनकी मां की जिंदगी दिखाई गई। इस फिल्म ने विलेम डेफो को ऑस्कर नॉमिनेशन दिलाया, लेकिन शॉन को अभी तक कोई बड़ा अवॉर्ड नहीं मिला था। फिर 2021 में ‘रेड रॉकेट’ आई, जो एक फेल हो चुके पॉर्न स्टार की कहानी थी। हर फिल्म में शॉन ने कुछ नया ट्राई किया और अपनी अलग पहचान बनाई। लेकिन ‘अनोरा’ के साथ तो जैसे उन्होंने कमाल ही कर दिया। ये उनकी आठवीं फिल्म थी, और इसने उन्हें ऑस्कर की दुनिया का सुपरस्टार बना दिया।
शॉन की सोच साफ है – वो कहते हैं कि फिल्में मनोरंजन के लिए हों, लेकिन कुछ कहें भी। वो इंडिपेंडेंट सिनेमा को बढ़ावा देना चाहते हैं, जहां बड़े स्टूडियो की चमक-धमक नहीं, बल्कि असली कहानियां दिखें। वो थिएटर में फिल्म देखने के हिमायती हैं और मानते हैं कि सिनेमा का असली मजा लोगों के साथ हंसने-रोने में है। ऑस्कर में उनकी स्पीच में भी यही बात झलकी, जब उन्होंने कहा, “बच्चों को थिएटर ले जाओ, सिनेमा को जिंदा रखो।”
‘अनोरा’: क्या है इस फिल्म की कहानी?

‘अनोरा’ एक ऐसी कहानी है, जो सुनने में सिंपल लगती है, लेकिन शॉन ने इसे इतने मस्त तरीके से पेश किया कि हर कोई फैन हो गया। फिल्म की हीरोइन है एनी (मिकी मैडिसन), जो न्यूयॉर्क में एक स्ट्रिप क्लब में डांसर है। वो रशियन मूल की है, लेकिन अमेरिकन स्टाइल में जीती है। एक दिन उसकी मुलाकात होती है इवान से, जो एक रशियन ओलिगार्क (अमीर बिजनेसमैन) का बिगड़ैल बेटा है। दोनों में प्यार हो जाता है और जल्दी में शादी कर लेते हैं। लेकिन कहानी में ट्विस्ट तब आता है, जब इवान के मां-बाप को पता चलता है। वो रशिया से न्यूयॉर्क पहुंचते हैं और इस शादी को तोड़ने की कोशिश करते हैं।
फिल्म में कॉमेडी है, थ्रिलर है, और इमोशंस का तड़का भी। ये एक स्ट्रिपर की जिंदगी को दिखाती है, लेकिन उसे जज नहीं करती। शॉन ने इसे इतने रियल तरीके से शूट किया कि कई सीन में असली स्ट्रिपर्स को बैकग्राउंड में रखा गया। फिल्म का बजट था सिर्फ 6 मिलियन डॉलर (लगभग 50 करोड़ रुपये), जो हॉलीवुड की बड़ी फिल्मों के मुकाबले कुछ भी नहीं। फिर भी, इसने 41 मिलियन डॉलर की कमाई की और ऑस्कर में धूम मचा दी।
‘अनोरा’ फिल्म से जुड़ी खास बातें
· ‘अनोरा’ की शूटिंग कुल 35 दिनों में हुई थी। जिसमें से 25 मिनट के होम अटैक सीन को फिल्माने में दस दिन लगे थे।
· फिल्म के कई सीन के बैकग्राउंड में ओरिजिनल स्ट्रिपर्स को रखा गया ताकि सब कुछ असली लगे।
· आस्कर में ‘अनोरा’ के प्रदर्शन के बाद सीन बेकर एक ही फिल्म के लिए तीन अवॉर्ड हासिल करने वाले चौथे व्यक्ति बन गए हैं। बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट स्क्रीनप्ले और बेस्ट एडिटिंग का अवॉर्ड उन्हें मिला है।
ऑस्कर 2025: ‘अनोरा’ की जीत और रिकॉर्ड

97वें ऑस्कर अवॉर्ड्स में ‘अनोरा’ ने छह नॉमिनेशन हासिल किए थे और पांच अवॉर्ड अपने नाम किए। ये रहा पूरा ब्रेकडाउन:
बेस्ट पिक्चर – फिल्म ने टॉप अवॉर्ड अपने नाम किया।
बेस्ट डायरेक्टर – शॉन बेकर को ये अवॉर्ड मिला।
बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले – कहानी लिखने के लिए भी शॉन को सम्मानित किया गया।
बेस्ट फिल्म एडिटिंग – शॉन ने खुद एडिटिंग की और ये अवॉर्ड भी जीता।
बेस्ट एक्ट्रेस – मिकी मैडिसन ने एनी का रोल इतना शानदार निभाया कि उन्हें ये अवॉर्ड मिला।
शॉन ने एक रात में चार ऑस्कर जीतकर इतिहास रच दिया। ऐसा पहले सिर्फ वॉल्ट डिज्नी (1954) और बोंग जून-हो (2020) ने किया था, लेकिन शॉन पहले ऐसे डायरेक्टर हैं, जिन्हें एक ही फिल्म के लिए चार अवॉर्ड मिले। मिकी मैडिसन की जीत भी बड़ी बात थी, क्योंकि वो डेमी मूर जैसी बड़ी एक्ट्रेस को हराकर अवॉर्ड ले गईं।
अनोरा ने अब तक अलग-अलग कैटेगरी में मिले 193 नॉमिनेशंस में से 75 अवॉर्ड अपने नाम किए हैं। जानें अनोरा को कौन से बड़े अवॉर्ड मिल चुके हैं।
·ऑस्कर 2025 – छह नॉमिनेशन में से बेस्ट फिल्म समेत पांच अवॉर्ड अपने नाम किए।
· कान फिल्म फेस्टिवल – यहां अनोरा को सबसे प्रतिष्ठित पाम डिओर अवॉर्ड से नवाजा गया था।
· बाफ्टा – बाफ्टा में फिल्म को कुल सात नॉमिनेशन मिले थे, जिसमें से बेस्ट एक्ट्रेस और बेस्ट कॉस्टिंग का अवॉर्ड अपने नाम किया।
· इंडीपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड- इंडीपेंडेंट स्पिरिट अवॉर्ड में पांच नॉमिनेशन में से तीन पर ‘अनोरा’ ने कब्जा जमाया, जिसमें, बेस्ट लीड परफॉर्मेंस, बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट फीचर शामिल हैं।
· क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड- क्रिटिक्स चॉइस अवॉर्ड में बेस्ट पिक्चर, प्रोड्यूसर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका अवॉर्ड में बेस्ट थिएट्रिकल मोशन पिक्चर के अवॉर्ड समेत कई अन्य पुरस्कारों से भी फिल्म को नवाजा जा चुका है।
बाकी फिल्मों को मिले अवॉर्ड रखो
ऑस्कर में ‘अनोरा’ ने भले ही बाजी मारी, लेकिन बाकी फिल्मों ने भी अपनी छाप छोड़ी। यहाँ कुछ बड़े अवॉर्ड्स की लिस्ट है:
बेस्ट एक्टर: एड्रियन ब्रॉडी को ‘द ब्रूटालिस्ट’ के लिए मिला। ये उनकी दूसरी ऑस्कर जीत थी, 22 साल बाद।
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस: जो सल्डाना को ‘एमिलिया पेरेज’ के लिए अवॉर्ड मिला। वो पहली डोमिनिकन-अमेरिकन हैं, जिन्हें ऑस्कर मिला।
बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर: किरन कल्किन को ‘द ब्रूटालिस्ट’ के लिए सम्मानित किया गया।
बेस्ट इंटरनेशनल फिल्म: ब्राजील की ‘आई एम स्टिल हियर’ ने ये अवॉर्ड जीता।
बेस्ट एनिमेटेड फिल्म: ‘फ्लो’ ने सबको चौंकाते हुए ‘द वाइल्ड रोबोट’ को हराया।
बेस्ट विजुअल इफेक्ट्स और साउंड: ‘ड्यून: पार्ट टू’ ने दोनों अवॉर्ड अपने नाम किए।
बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइन: ‘विकेड’ को ये अवॉर्ड मिला।
‘एमिलिया पेरेज’ को सबसे ज्यादा 13 नॉमिनेशन मिले थे, लेकिन वो सिर्फ दो अवॉर्ड ही जीत पाई। ‘द ब्रूटालिस्ट’ ने तीन अवॉर्ड हासिल किए, जबकि ‘ड्यून: पार्ट टू’ और ‘विकेड’ ने दो-दो अवॉर्ड लिए।
‘अनोरा’ ने किन फिल्मों को हराया?

‘अनोरा’ का मुकाबला बेस्ट पिक्चर कैटेगरी में नौ दूसरी फिल्मों से था। यहाँ उनकी तुलना करते हैं:
एमिलिया पेरेज: ये एक म्यूजिकल ड्रामा था, जिसमें एक ट्रांसजेंडर ड्रग लॉर्ड की कहानी थी। 13 नॉमिनेशन के साथ ये फ्रंटरनर लग रही थी, लेकिन सिर्फ दो अवॉर्ड जीत पाई। इसकी भारी-भरकम कहानी और म्यूजिक ‘अनोरा’ की सादगी के सामने फीका पड़ गया।
द ब्रूटालिस्ट: ये एक आर्किटेक्ट की जिंदगी की कहानी थी, जिसे क्रिटिक्स ने बहुत पसंद किया। तीन अवॉर्ड जीते, लेकिन ‘अनोरा’ की एनर्जी से हार गई।
ड्यून: पार्ट टू: बड़ा बजट, शानदार विजुअल्स, लेकिन कहानी में वो गहराई नहीं थी जो ‘अनोरा’ में थी। टेक्निकल अवॉर्ड्स में बाजी मारी।
विकेड: म्यूजिकल फैंटेसी थी, जो बॉक्स ऑफिस पर हिट रही। लेकिन ऑस्कर में सिर्फ कॉस्ट्यूम डिजाइन जीत पाई।
ए कम्प्लीट अननोन: बॉब डायलन की बायोपिक थी, लेकिन कोई अवॉर्ड नहीं जीत सकी।
‘अनोरा’ की जीत इसलिए खास थी, क्योंकि ये एक छोटे बजट की इंडिपेंडेंट फिल्म थी, जिसने बड़े स्टूडियो की फिल्मों को पीछे छोड़ दिया। इसकी कहानी में ह्यूमर, इमोशन और रियलिटी का ऐसा मिक्स था, जो बाकी फिल्मों में कम दिखा।
कम बजट वाली ‘अनोरा’ ने मेगा बजट मूवी को मात दी

‘Anora’ vs मेगा बजट मूवीज
पैरामीटर ‘Anora’ ‘Oppenheimer’ ‘Killers of the Flower Moon’
बजट $2 मिलियन $100 मिलियन $200 मिलियन
शूटिंग डिवाइस iPhone 14 Pro IMAX कैमरा हाई-एंड डिजिटल कैमरा
कहानी अंडरवर्ल्ड ड्रामा ऐतिहासिक बायोपिक नैतिक संघर्ष और षड्यंत्र
टारगेट ऑडियंस युवा और इंडी फिल्म लवर्समास ऑडियंस सिनेमा के दीवाने
बजट: ‘अनोरा’ का बजट 6 मिलियन डॉलर था, जबकि ‘ड्यून: पार्ट टू’ का 190 मिलियन और ‘विकेड’ का 150 मिलियन। फिर भी ‘अनोरा’ ने कम पैसों में ज्यादा असर डाला।
कहानी: जहां ‘एमिलिया पेरेज’ और ‘विकेड’ में म्यूजिक और ड्रामा था, वहीं ‘अनोरा’ ने सच्चाई और हल्के-फुल्के अंदाज से दिल जीता।
पहचान: ‘द ब्रूटालिस्ट’ और ‘ए कम्प्लीट अननोन’ जैसी फिल्में क्रिटिक्स की फेवरेट थीं, लेकिन ‘अनोरा’ ने ऑडियंस और जजों दोनों को पसंद आई।
अवॉर्ड काउंट: ‘अनोरा’ के पांच ऑस्कर के मुकाबले ‘एमिलिया पेरेज’ और ‘द ब्रूटालिस्ट’ पीछे रह गए।
शॉन ने ऑस्कर जीतने के बाद क्या कहा ?

शॉन बेकर ने ऑस्कर जीतने के बाद कहा, “इंडिपेंडेंट फिल्में बनाते रहो, ये साबित करता है कि छोटी फिल्में भी बड़ा कमाल कर सकती हैं।” उनकी बात से साफ है कि वो सिनेमा को जिंदा रखना चाहते हैं। ‘अनोरा’ ने ये दिखाया कि बिना बड़े बजट और सुपरस्टार्स के भी फिल्म हिट हो सकती है, बशर्ते कहानी में दम हो। मिकी मैडिसन ने भी कहा, “ये मेरे लिए सपना सच होने जैसा है।”
‘अनोरा’ ने सेक्स वर्कर्स की जिंदगी को बिना जज किए दिखाया, जो एक बड़ा मैसेज था। शॉन ने बैकस्टेज कहा कि सेक्स वर्क को गैरकानूनी नहीं होना चाहिए, क्योंकि इसमें बहुत बुरा स्टिग्मा जुड़ा है। उनकी ये सोच उनकी फिल्मों में भी दिखती है।
तो दोस्तों, ऑस्कर 2025 में ‘अनोरा’ ने जो धमाल मचाया, वो कोई साधारण बात नहीं थी। शॉन बेकर, जो कभी फोन से फिल्म बनाते थे, आज ऑस्कर के हीरो बन गए। उनकी मेहनत, उनकी सोच और उनकी फिल्म ने बता दिया कि सिनेमा में पैसा नहीं, दिल और दिमाग काम करता है। ये बजट का नहीं पैशन का काम है। बाकी फिल्में भी शानदार थीं, लेकिन ‘अनोरा’ ने अपनी सादगी और गहराई से सबको पीछे छोड़ दिया। अब देखना ये है कि शॉन आगे क्या कमाल करते हैं। Anora’ जैसी फिल्मों ने इंडस्ट्री को याद दिलाया कि “कहानी की ताकत ही असली जादू है।” शॉन बेकर की यह जीत हर छोटे फिल्ममेकर के लिए प्रेरणा है कि वे अपने सपनों को हार न मानें।
लेखक- नवीन निर्मल

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