Loan by LIC Policy Step by Step- अगर पैसे की ज़रूरत आ गई है तो अपनी ही LIC से घर बैठे लोन कैसे लें, स्टेप बाइ स्टेप समझिए
Posted by Nirmal| 27 January, 2025

LIC Loan- भारत ( India) में लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी LIC को बहुत भरोसेमंद माना जाता है। आज भले प्राइवेट बैंकों की सर्विसेज आ गई हों, लेकिन ग्रामीण भारत में आज भी भरोसे का दूसरा नाम LIC ही है। इस लिए सबसे ज़्यादा पॉलिसी LIC की ली जाती हैं। लेकिन पॉलिसी चलाने के दौरान अगर घर में कभी बीमारी या शादी के लिए पैसों की ज़रूरत पड़ जाए तो LIC loan भी देती है। लेकिन बहुत लोगों को इसका नियम नहीं पता। यंगिस्तान इस लेख में आपको ऑनलाइन लोन अप्लाई करने के स्टेप बाइ स्टेप तरीके बता रहा है। साथ ही लोन लेने से फायदे, नुकसान सहित हर पहलू पर बात करेंगे। Step by step समझ लीजिए-
1. LIC लोन क्या है?

LIC लोन एक प्रकार का सिक्योर्ड लोन है, जहां आप अपनी LIC पॉलिसी को गिरवी रखकर पैसे उधार लेते हैं। यह लोन कम ब्याज दर पर मिलता है और इसे लेने के लिए आपकी पॉलिसी में “सरेंडर वैल्यू”(surrender value) होना जरूरी है.
उदाहरण: मान लीजिए रमेश ने 10 साल पहले LIC की एक पॉलिसी ली थी। अब उसे बेटी की शादी के लिए 2 लाख रुपये चाहिए। वह अपनी पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू (मान लें 3 लाख) के आधार पर 2.7 लाख रुपये का लोन ले सकता है।
2. LIC लोन के लिए योग्यता (Eligibility)
· भारतीय नागरिकता (Indian citizenship): आवेदक भारत का निवासी हो।
· उम्र(age): कम से कम 18 वर्ष।
· पॉलिसी प्रकार(policy type): एंडोमेंट, मनी-बैक, या ULIP प्लान (टर्म इंश्योरेंस पर लोन नहीं)।
· प्रीमियम भुगतान(premium): लगातार 3 वर्षों तक प्रीमियम जमा किया हो।
· सरेंडर वैल्यू(surrender value): पॉलिसी में पर्याप्त सरेंडर वैल्यू हो (कुल प्रीमियम का लगभग 30%)।
3. LIC लोन लेने का स्टेप-बाय-स्टेप तरीका

ऑनलाइन प्रोसेस(online process):
स्टेप 1: LIC की वेबसाइट licindia.in पर जाएं।
स्टेप 2: “Customer Portal” में रजिस्टर करें (पॉलिसी नंबर, मोबाइल नंबर, और ईमेल आईडी की जरूरत)।
स्टेप 3: “Premier Services” के लिए रजिस्टर करें और फॉर्म डाउनलोड करें।
स्टेप 4: फॉर्म को साइन करके KYC डॉक्यूमेंट्स (पैन कार्ड, आधार) के साथ अपलोड करें।
स्टेप 5: “Online Loan Request” सेक्शन में जाकर पॉलिसी चुनें और लोन अमाउंट एंटर करें।
स्टेप 6: अप्रूवल के बाद 3-5 दिनों में रकम बैंक अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगी।
ऑफलाइन प्रोसेस(offline process):
1.नजदीकी LIC ब्रांच में जाएं।
2.लोन एप्लीकेशन फॉर्म लें और भरें।
3.पॉलिसी बॉन्ड, आईडी प्रूफ, और एड्रेस प्रूफ जमा करें।
4.अप्रूवल(approval) के बाद पैसा मिलेगा।
4. सरेंडर वैल्यू (surrender value)और कैश वैल्यू (cash value)का कैलकुलेशन
· सरेंडर वैल्यू (Surrender Value):
o फॉर्मूला: (कुल भुगतान किए गए प्रीमियम का 30%) + बोनस (अगर कोई हो) – पहले साल का प्रीमियम और चार्जेज।
o उदाहरण: 3 साल में 60,000 रुपये प्रीमियम भरा है → सरेंडर वैल्यू ≈ (60,000 × 30%) – 20,000 (चार्जेज) = 18,000 – 20,000 = नेगेटिव (इसलिए, 3 साल बाद ही लोन मिलता है)।
· कैश वैल्यू (Cash Value): यह पॉलिसी के मैच्योर होने पर मिलने वाली रकम है। लोन के लिए कैश वैल्यू का 90% तक उपयोग होता
5. LIC लोन का ब्याज दर और रिपेमेंट
· ब्याज दर(interest rate): 9% से 12% सालाना (बैंकों की तुलना में 50% तक कम)।
· रिपेमेंट(repayment): ब्याज(interest) हर 6 महीने में चुकाएं।
o मूलधन (Principal Amount) चुकाने की कोई डेडलाइन नहीं। इसे पॉलिसी मैच्योर होने पर भी चुकाया जा सकता है।
o उदाहरण: 1 लाख रुपये का लोन @10% ब्याज → हर 6 महीने में 5,000 रुपये ब्याज दें।
6. LIC लोन के फायदे (Advantages)

1. कम ब्याज दर(interest rate): बाजार के अन्य लोन की तुलना में सस्ता।
2. नो सिक्योरिटी(security) जरूरत: पॉलिसी ही गिरवी रहती है।
3. फ्लेक्सिबल रिपेमेंट: EMI का दबाव नहीं।
4. क्रेडिट स्कोर (credit score)नो इश्यू: CIBIL स्कोर चेक नहीं होता।
5. पॉलिसी एक्टिव रहती है: बीमा कवर जारी रहता है।
7. LIC लोन के नुकसान (Disadvantages)
1. लोन अमाउंट(loan amount) लिमिटेड: सरेंडर वैल्यू के 90% तक ही मिलता है।
2. पॉलिसी जोखिम(policy risk): लोन न चुकाने पर पॉलिसी कैंसिल हो सकती है।
3. ब्याज का बोझ(interest load): लंबे समय तक ब्याज चुकाते रहना पड़ सकता है।
8. LIC vs बैंक लोन: तुलना(comparison)

पैरामीटर LIC लोन बैंक पर्सनल लोन
ब्याज दर 9-12% 12-24%
लोन अमाउंट सरेंडर वैल्यू का 90% मासिक आय के 10-15 गुना
डॉक्यूमेंटेशन मिनिमल विस्तृत (सैलरी स्लिप, CIBIL)
प्रोसेसिंग टाइम 3-5 दिन 7-10 दिन
रिपेमेंट फ्लेक्सिबिलिटी हाँ (कोई EMI नहीं) नहीं (फिक्स्ड EMI)
9. अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. क्या लोन लेने से पॉलिसी का बीमा कवर खत्म हो जाता है?
नहीं, पॉलिसी तब तक एक्टिव रहती है जब तक लोन चुकता न हो जाए।
Q2. एक से ज्यादा LIC पॉलिसी पर लोन ले सकते हैं?
हाँ, अगर प्रत्येक पॉलिसी अलग-अलग 3 साल पुरानी है।
Q3. लोन न चुकाने पर क्या होगा?
LIC पॉलिसी को सरेंडर कर देगी और बकाया रकम काट लेगी।
10. निष्कर्ष: क्या LIC लोन सही है आपके लिए?

LIC लोन उन लोगों के लिए आदर्श है जिनके पास पुरानी पॉलिसी है और उन्हें तत्काल नकदी चाहिए। यह सस्ता, भरोसेमंद और प्रोसेस में आसान है। हालांकि, लोन लेते समय सरेंडर वैल्यू और रिपेमेंट की जिम्मेदारी को समझना जरूरी है। अगर आप नियमित ब्याज भुगतान कर सकते हैं, तो यह बैंक लोन से बेहतर विकल्प है।
अंतिम सुझाव: लोन लेने से पहले LIC एजेंट या कस्टमर केयर से सरेंडर वैल्यू की पुष्टि जरूर करें। इस लेख में दिए गए सुझावों को आर्थिक विशेषज्ञ से पुष्टि ज़रूर करवा लें।

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