Career After 12th – 12वीं के बाद डॉक्टर, इंजीनियर नहीं बनना है, तो कोई बात नहीं, ये हैं टॉप-10 शानदार करियर ऑप्शन्स
Posted by Nirmal | 1 March, 2025

Student after 12th- बोर्ड परीक्षाएं ( board exam ) खत्म होने के बाद स्टूडेन्ट के सामने आगे क्या करें, इसका भारी दबाव होता है। हमारे देश में बचपन ( Childhood) से ही एक बात दिमाग में बिठा दी जाती है: “पढ़ाई में अच्छे हो तो डॉक्टर या इंजीनियर बनो।” खासकर साइंस स्ट्रीम ( science stream) के स्टूडेंट से तो हर कोई यही उम्मीद रखता है। लेकिन सच यह है कि हर किसी का सपना, रुचि या हुनर एक जैसा नहीं होता। कई छात्रों को न तो मेडिकल ( medical ) में दिलचस्पी होती है, न ही इंजीनियरिंग ( engineering) में। पर दुर्भाग्य से, उन्हें यह बताने वाला कोई नहीं होता कि इन दोनों के अलावा भी ढेर सारे शानदार करियर विकल्प हैं। अगर आप भी 12वीं साइंस के बाद कन्फ्यूजन में हैं, तो यह लेख आपके लिए है! हम आपको डॉक्टर और इंजीनियर के अलावा 10 टॉप कैरियर ऑप्शंस ( top-10 career options) के बारे में बताएंगे, जिनमें सैलरी, योग्यता और एंट्रेंस एग्जाम्स की पूरी जानकारी शामिल है।
क्यों सिर्फ डॉक्टर-इंजीनियर ?
डॉक्टर-इंजीनियर बनने के पीछे समाज का दबाव और स्टेटस सिंड्रोम मुख्य वजह है। लेकिन इन फील्ड्स में कॉम्पिटिशन इतना ज्यादा है कि सफलता पाने के लिए सालों मेहनत करनी पड़ती है। साथ ही, अगर आपका मन इनमें नहीं लगता, तो यह प्रेशर जिंदगी को बोझिल बना देता है। आज के दौर में टेक्नोलॉजी, क्रिएटिविटी, और इनोवेशन के क्षेत्रों में ढेर सारे अवसर हैं। 12वीं साइंस (PCM/PCB) के बाद आपके पास फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी और मैथ्स की मजबूत बेसिक नॉलेज होती है, जिसका इस्तेमाल आप इन 10 फील्ड्स में कर सकते हैं:
1. डाटा साइंटिस्ट (Data Scientist)
क्या करते हैं?
डाटा साइंटिस्ट बड़े-बड़े डाटा सेट्स (जैसे कस्टमर डिटेल्स, सेल्स रिकॉर्ड) को एनालाइज करते हैं और उनसे बिजनेस के लिए उपयोगी निष्कर्ष निकालते हैं। ये लोग मशीन लर्निंग और AI टूल्स का इस्तेमाल करके प्रेडिक्शन करते हैं, जैसे: “अगले महीने कौन सा प्रोडक्ट ट्रेंड करेगा?”
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCM/PCB के बाद बीएससी/बीटेक (कंप्यूटर साइंस, मैथ्स, स्टैटिस्टिक्स)।
एंट्रेंस एग्जाम: JEE Main (इंजीनियरिंग के लिए), या सीधे बीएससी में एडमिशन।
स्किल्स: Python, R, SQL जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, डाटा विजुअलाइजेशन टूल्स (Tableau)।
आगे की पढ़ाई: एमएससी/एमटेक, या ऑनलाइन सर्टिफिकेट कोर्स (Coursera, Udemy)।
सैलरी:
शुरुआती: ₹5-10 लाख/साल
5+ साल का अनुभव: ₹20-50 लाख/साल
टॉप कंपनियां: Google, Amazon, Flipkart
खास बात:
भारत में डाटा साइंटिस्ट की डिमांड 2025 तक 200% बढ़ने का अनुमान है।
2. एनवायरनमेंटल साइंटिस्ट (Environmental Scientist)
क्या करते हैं?
ये प्रदूषण, क्लाइमेट चेंज, वन्यजीव संरक्षण जैसे मुद्दों पर रिसर्च करते हैं। सरकार और कॉर्पोरेट कंपनियों को पर्यावरण के अनुकूल नीतियां बनाने में मदद करते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCB/PCM के बाद बीएससी इन एनवायरनमेंटल साइंस।
एंट्रेंस एग्जाम: DUET, BHU UET, या यूनिवर्सिटी लेवल एग्जाम।
आगे की पढ़ाई: एमएससी, PhD (एनवायरनमेंटल साइंस)।
सैलरी:
शुरुआती: ₹3-6 लाख/साल
अनुभवी: ₹10-18 लाख/साल
संस्थान: CPCB, ISRO, TERI
खास बात:
यह फील्ड सोशल इम्पैक्ट के साथ-साथ ग्लोबल ऑपर्चुनिटीज भी देती है।
3. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट (Cyber Security Expert)

क्या करते हैं?
साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स कंप्यूटर सिस्टम्स, नेटवर्क्स और डाटा को हैकर्स से सुरक्षित रखते हैं। ये लोग साइबर अटैक्स का पता लगाते हैं और उन्हें रोकते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCM के बाद बीटेक (कंप्यूटर साइंस/IT)।
सर्टिफिकेशन: CEH (Certified Ethical Hacker), CISSP।
एंट्रेंस एग्जाम: JEE Main, BITSAT, या सीधे बीटेक में एडमिशन।
सैलरी:
शुरुआती: ₹6-12 लाख/साल
अनुभवी: ₹25-40 लाख/साल
टॉप हायरर्स: TCS, Infosys, Wipro
खास बात:
इस फील्ड में 0% बेरोजगारी का खतरा! हर कंपनी को साइबर एक्सपर्ट्स चाहिए।
4. फिजियोथेरेपिस्ट (Physiotherapist)

क्या करते हैं?
फिजियोथेरेपिस्ट मसल्स, जोड़ों और नसों की समस्याओं का इलाज एक्सरसाइज, मसाज और थेरेपी से करते हैं। ये लोग स्पोर्ट्स इंजरी, सर्जरी के बाद रिकवरी में मदद करते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCB के बाद बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (BPT)।
एंट्रेंस एग्जाम: NEET (कुछ कॉलेजों में), या यूनिवर्सिटी एग्जाम।
लाइसेंस: इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट से रजिस्ट्रेशन जरूरी।
सैलरी:
शुरुआती: ₹3-5 लाख/साल
अनुभवी (क्लिनिक खोलकर): ₹10-20 लाख/साल
स्पोर्ट्स टीम्स के साथ: ₹8-15 लाख/साल
खास बात:
यह फील्ड मेडिकल लाइन का ही पार्ट है, लेकिन MBBS से कम प्रेशर और अच्छी कमाई।
5. एयरोस्पेस इंजीनियर (Aerospace Engineer)
क्या करते हैं?
एयरोस्पेस इंजीनियर एयरक्राफ्ट, सैटेलाइट और मिसाइल्स का डिज़ाइन, टेस्टिंग और मेंटेनेंस करते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCM के बाद बीटेक (एयरोस्पेस इंजीनियरिंग)।
एंट्रेंस एग्जाम: JEE Main/Advance, COMEDK।
टॉप कॉलेज: IITs, IIST, MIT Manipal।
सैलरी:
शुरुआती: ₹6-12 लाख/साल
ISRO/DRDO में: ₹15-25 लाख/साल
प्राइवेट सेक्टर: ₹10-18 लाख/साल
खास बात:
ISRO जैसे संस्थानों में काम करके चंद्रयान और मंगलयान जैसे प्रोजेक्ट्स में योगदान दे सकते हैं।
6. फूड टेक्नोलॉजिस्ट (Food Technologist)

क्या करते हैं?
फूड टेक्नोलॉजिस्ट खाने की चीजों को सुरक्षित, पौष्टिक और टेस्टी बनाने के लिए रिसर्च करते हैं। ये लोग नए फूड प्रोडक्ट्स डेवलप करते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCB/PCM के बाद बीएससी (फूड टेक्नोलॉजी)।
एंट्रेंस एग्जाम: ICAR AIEEA, यूनिवर्सिटी एग्जाम।
टॉप कॉलेज: NIFTEM, ICT Mumbai।
सैलरी:
शुरुआती: ₹4-7 लाख/साल
अनुभवी: ₹12-20 लाख/साल
मल्टीनेशनल कंपनियां: Nestlé, PepsiCo
खास बात:
इंडिया में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री 2025 तक ₹10 लाख करोड़ तक पहुंचने वाली है।
7. मर्चेंट नेवी ऑफिसर (Merchant Navy Officer)
क्या करते हैं?
मर्चेंट नेवी ऑफिसर समुद्री जहाजों पर काम करते हैं। ये कार्गो ट्रांसपोर्ट, शिप मेंटेनेंस और नेविगेशन का काम देखते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCM + IMUCET/मर्चेंट नेवी एंट्रेंस एग्जाम।
कोर्स: B.Sc Nautical Science, B.Tech (मरीन इंजीनियरिंग)।
फिजिकल फिटनेस: अच्छी आंखों की रोशनी और स्वास्थ्य।
सैलरी:
ट्रेनी ऑफिसर: ₹8-12 लाख/साल
चीफ इंजीनियर: ₹30-50 लाख/साल
विदेशी कंपनियों में: ₹50 लाख+
खास बात:
समुद्र में काम करने का रोमांच और टैक्स-फ्री सैलरी!
8. ग्राफिक डिज़ाइनर (Graphic Designer)

क्या करते हैं?
ग्राफिक डिज़ाइनर लोगो, पोस्टर, वेबसाइट और ऐप्स के लिए क्रिएटिव डिज़ाइन बनाते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं किसी भी स्ट्रीम के बाद बैचलर ऑफ डिज़ाइन (B.Des)।
स्किल्स: Photoshop, Illustrator, CorelDRAW।
एंट्रेंस एग्जाम: NID, UCEED।
सैलरी:
शुरुआती: ₹3-5 लाख/साल
अनुभवी: ₹10-20 लाख/साल
फ्रीलांसिंग: प्रोजेक्ट के हिसाब से ₹50,000-₹2 लाख/माह
खास बात:
क्रिएटिव फील्ड में आपका टैलेंट ही आपकी कमाई तय करता है।
9. साइंस जर्नलिस्ट/कम्युनिकेटर (Science Journalist)
क्या करते हैं?
साइंस जर्नलिस्ट मेडिकल, टेक्नोलॉजी और एनवायरनमेंट से जुड़ी खबरों को आम लोगों की भाषा में समझाते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं साइंस के बाद बीएससी + मास कम्युनिकेशन में डिप्लोमा।
स्किल्स: रिसर्च, लेखन, डिजिटल मीडिया नॉलेज।
एंट्रेंस एग्जाम: IIMC, ACJ में एंट्रेंस।
सैलरी:
शुरुआती: ₹3-6 लाख/साल
अनुभवी: ₹10-15 लाख/साल
टॉप मीडिया हाउस: BBC, दूरदर्शन, द हिंदू
खास बात:
विज्ञान को सरल भाषा में लोगों तक पहुंचाने का मौका।
10. क्लिनिकल रिसर्च एसोसिएट (Clinical Research Associate)

क्या करते हैं?
क्लिनिकल रिसर्च एसोसिएट्स नई दवाओं और मेडिकल ट्रीटमेंट्स के ट्रायल्स की निगरानी करते हैं।
कैसे बनें?
योग्यता: 12वीं PCB के बाद बीएससी + मास्टर्स इन क्लिनिकल रिसर्च।
सर्टिफिकेशन: CRA प्रोग्राम (ICRI)।
सैलरी:
शुरुआती: ₹2-5 लाख/साल
अनुभवी: ₹09-12 लाख/साल
हॉस्पिटल्स, पैथोलोजी सेंटर्स, ख़ुद का सेंटर
ख़ास बात-
ज़ॉब के साथ यू-ट्यूब चैनल से भी कमाई कर सकते हैं।
तो आज ज़माना काफी बदल चुका है और परंपरागत नौकरियों की जगह नए नए ऑप्शन्स मार्केट में आ गए हैं। इसलिए अगर इंजीनियर या डॉक्टर नहीं बनना चाहते तब भी नौकरियों की भरमार है। लेकिन जो भी काम चुनो, उसको पूरी शिद्दत से करो। यंगिस्तान की ये जानकारी आपको कैसी लगी, कॉमेन्ट बॉक्स में ज़रूर शेयर करें।

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