Call Merge Scam- आपके दोस्त के नाम पर कॉल करेंगे ठग, फिर दोस्त को लाइन पर लेने के बहाने ‘बर्बाद’ कर देंगे, बैंक उद्योग में ‘तबाही’
Posted by Nirmal| 27 February, 2025

New Calling Scam- जैसे जैसे हमारे देश में डिजिटल ( digital) क्रांति हो रही है, उसके साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड ( online fraud ) भी बढ़ते जा रहे हैं। अब दुनिया के किसी भी कोने में बैठे बैठे फ्रॉड लोग आपका एकाउंट साफ कर सकते हैं। पहले लोग सोचते थे कि ओटीपी (OTP) न बताकर या फ़िशिंग लिंक न खोलकर खुद को सुरक्षित रख सकते हैं, लेकिन अब स्कैमर्स ( scammers) ने पुराने तरीके छोड़कर ऐसा तरीका निकाल लिया है, उससे बच पाना बेहद मुश्किल है। ओटीपी बताइए और फिशिंग लिंक भेजने का तरीका पुराना पड़ गया तो स्कैमर्स ने कॉल मर्ज करके स्कैम (Call Merge Scam) करने का तरीका निकाल लिया। यह स्कैम इतना स्मार्ट है कि पीड़ित को पता ही नहीं चलता कि उसका बैंक अकाउंट कैसे खाली हो गया। यंगिस्तान आज आपको बतायेगा कि ये स्कैम कहां से और कैसे हो रहा है। इससे बचने के तरीके के बारे में भी आपको पूरी जानकारी देंगे। अगर ये जानकारी आपको समझ में आए तो अपने परिचित और दोस्तों को भी शेयर करें, ताकि कोई भी इन स्कैमर्स के जाल में न फंस सके। जागरुकता ही बचाव है।
हाल ही में, दिल्ली के एक व्यापारी राजेश वर्मा को एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को उनके बैंक का अधिकारी बताया और कहा, “आपके अकाउंट में से एक ग़लत ट्रांजैक्शन हुआ है। हमें इसकी जांच के लिए आपकी मदद चाहिए।” राजेश जब तक इंतजार करते स्कैमर्स ने उनका कॉल अपने सिस्टम से मर्ज करवा दिया। थोड़ी ही देर में उनके एकाउंट से ₹2 लाख कट गए। जब कॉल पूरी हुई तो राजेश ने SMS देखा तो उनके होश उड़ गए। उनको लगता था कि जब मैंने ओटीपी बताया ही नहीं तो पैसे कैसे कट सकते हैं, लेकिन इस नए स्कैम में इससे भी बड़े बड़े स्कैम ( Bank Scam) हो रहे हैं।
पिछले कुछ समय में ताबड़तोड़ ऐसी घटनाएं होने के बाद नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी NPCI को लगातार अलर्ट जारी करनी पड़ रही है। NPCI सबसे पहले जून 2023 में एक अलर्ट जारी करके बताया था कि पिछले 6 महीने में कॉल मर्ज स्कैम के 5000 से ज़्यादा मामले सामने आए हैं। लेकिन इसके बाद भी केस रुक नहीं रहे, क्योंकि बड़ी संख्या में लोगों को इसकी जानकारी ही नहीं है।
कॉल मर्ज स्कैम क्या है?
इस स्कैम में ठग आपको कॉल करके किसी दोस्त, परिचित या रिश्तेदार का नाम लेते हैं। आप जब तक सोचते हैं, वे कहते हैं, उनको लाइन पर ले रहा है, आप खुद ही बात कर लीजिए। इसके बाद वे कॉल मर्ज (Call Merge) कर देते हैं। आपको लगता है कि दोस्त की आवाज़ आएगी और आप इंतजार कर रहे होते हैं। इस बीच वे आपकी कॉल को किसी तीसरे नंबर से जोड़ देते हैं। ऐसा करते समय आपको शक भी नहीं होता, क्योंकि ठग बड़े भरोसेमंद अंदाज़ में बात करते हैं। मसलन, वे कह सकते हैं:
“मैं आपके दोस्त का दोस्त हूं, वह भी लाइन पर है।”
“हम आपको जॉब ऑफर दे रहे हैं, हमारे HR से बात करिए।”
कैसे होता है नुकसान?
जैसे ही आप कॉल मर्ज करते हैं, ठग आपकी कॉल को बैंक के ओटीपी सिस्टम ( bank OTP System) से जोड़ देते हैं। उदाहरण के लिए, अगर स्कैमर आपके अकाउंट से पैसे ट्रांसफर करने की कोशिश कर रहा है, तो बैंक OTP भेजने के लिए आपके फोन पर कॉल करेगा। लेकिन कॉल मर्ज होने की वजह से यह OTP सीधे स्कैमर के पास पहुंच जाता है। इस तरह बिना आपकी जानकारी के आपका अकाउंट खाली हो जाता है।
पूरा स्कैम समझिए स्टेप-बाय-स्टेप
पहला स्टेप भरोसा जीतना
ठग आपको किसी जानकार या अधिकारी के नाम से कॉल करते हैं।
उदाहरण: “मैं आपके बैंक से हूं। आपके कार्ड में खराबी आई है, इसकी जांच के लिए कॉल मर्ज करें।”
दूसरा स्टेप ‘कॉल मर्ज’ का बहाना
आपको लगता है कि कॉल मर्ज करने में कोई नुकसान नहीं है।
लेकिन असल में, यह कॉल बैंक के ऑटोमेटेड सिस्टम ( automated system) से जुड़ जाती है।
तीसरा स्टेप OTP की चोरी
जैसे ही बैंक OTP के लिए कॉल करता है, वह सीधे स्कैमर के पास रिकॉर्ड हो जाता है।
स्कैमर इस OTP का इस्तेमाल करके पैसे ट्रांसफर कर देता है।
जुलाई 2023 में, मुंबई की एक महिला श्वेता पाटिल (नाम बदला हुआ) को कॉल आया कि उनके पति का एक्सीडेंट हो गया है और हॉस्पिटल में पैसे भेजने हैं। कॉल मर्ज करते ही ₹1.5 लाख उनके अकाउंट से निकल गए। ये केस इतने धड़ल्ले से हो रहे हैं कि कुछ ही महीनों में स्कैमर्स ने हजारों परिवारों को बर्बाद कर दिया है।
कौन हैं ये साइबर ठग?

संगठित गिरोह: ये लोग अक्सर छोटे-छोटे ग्रुप में काम करते हैं। कुछ कॉल करते हैं, कुछ टेक्निकल पार्ट संभालते हैं।
फर्जी कॉल सेंटर: दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद में ऐसे कई फर्जी कॉल सेंटर्स पकड़े गए हैं, जहां सैकड़ों युवाओं को ठगी की ट्रेनिंग दी जाती है।
टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट्स: कुछ हैकर्स फोन नेटवर्क्स को हैक करके कॉल मर्जिंग जैसी ट्रिक्स इस्तेमाल करते हैं।
साइबर पुलिस का खुलासा:
दिल्ली साइबर सेल के अनुसार, 70% स्कैम कॉल्स चीन, कंबोडिया, पाकिस्तान या मध्य पूर्व के देशों से ऑपरेट होते हैं। इनमें भारतीय भाषाएं बोलने वाले लोग शामिल होते हैं, जो टारगेट को भरोसा दिलाने के लिए लोकल लहजे का इस्तेमाल करते हैं, ताकि आपको भरोसा हो जाए कि ये कोई परिचित ही है।
कॉल मर्ज स्कैम ( scam) से बचने के 10 आसान तरीके

अनजान नंबर्स को इग्नोर करें: किसी भी अनजान नंबर से आई कॉल को रिसीव न करें।
कॉल मर्ज न करें: चाहे कितना भी भरोसा क्यों न दिलाया जाए, कॉल मर्ज करने से मना कर दें। अगर लगे की बात रोककर कॉल मर्ज की जा रही है तो फौरन काट दें।
दोस्तों से कन्फर्म करें: अगर कोई दोस्त या रिश्तेदार का नाम लेकर कॉल करे, तो उन्हें अलग से फोन करके पुष्टि करें।
बैंक डिटेल्स न बताएं: कभी भी फोन पर अपना अकाउंट नंबर, CVV या UPI पिन शेयर न करें।
UPI ऐप्स की सेटिंग्स चेक करें: अपने UPI ऐप में “ऑटो पेमेंट” या “स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन” बंद कर दें।
1930 पर शिकायत करें: अगर स्कैम का शक हो, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।
बैंक स्टेटमेंट चेक करें: हफ्ते में एक बार अपने बैंक स्टेटमेंट और UPI ट्रांजैक्शन रिव्यू करें।
फोन में स्पैम प्रोटेक्शन ऐप इंस्टॉल करें: Truecaller जैसे ऐप्स से अनजान नंबर्स की पहचान करें।
बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन यूज़ करें: UPI पेमेंट्स के लिए फिंगरप्रिंट या फेस आईडी का इस्तेमाल करें।
NPCI के अलर्ट्स फॉलो करें: NPCI की ऑफिशियल वेबसाइट और सोशल मीडिया पर साइबर सुरक्षा के अपडेट्स पढ़ें।
साइबर ठगों के नए-नए तरीके

1. फर्जी UPI ऐप्स और वेबसाइट्स
ठग Google Play Store या अंजान लिंक्स के ज़रिए फर्जी UPI ऐप्स डाउनलोड करवाते हैं। जैसे ही आप लॉगिन करते हैं, आपका डेटा चोरी हो जाता है।
हालिया मामला: अगस्त 2023 में, हैदराबाद पुलिस ने “UPI Pro” नाम के फर्जी ऐप का पर्दाफाश किया, जिसके 1000 से ज़्यादा शिकार बने।
2. फ़िशिंग लिंक्स वाले मैसेजेस
मैसेज आता है: “आपका KYC अपूर्ण है, लिंक पर क्लिक करके अपडेट करें।” लिंक खोलते ही आपका फोन हैक हो जाता है।
टिप: कभी भी http:// या .xyz एक्सटेंशन वाले लिंक्स पर क्लिक न करें।
3. फर्जी जॉब ऑफर और इंटरव्यू
स्कैमर नौकरी के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस या ट्रेनिंग चार्ज मांगते हैं। पैसे लेकर गायब हो जाते हैं।
उदाहरण: चेन्नई के राहुल को एक कंपनी ने “डेटा एंट्री जॉब” का ऑफर दिया और ₹5000 फीस के नाम पर ठग लिया।
4. लॉटरी और प्राइज स्कैम
मैसेज आता है: “आपने टेस्ला कार जीती है! टैक्स भरकर क्लेम करें।”
सच्चाई: कोई भी लीगल कंपनी पहले पैसे मांगकर प्राइज नहीं देती।
5. QR कोड स्कैम
सार्वजनिक जगहों पर चिपकाए गए QR कोड्स स्कैन करने से बचें। कई बार ये फर्जी होते हैं और आपके अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं।
लालच बुरी बला है, ये याद रखें
“फ्री” के चक्कर में न फंसें: कोई भी ऑफर जो फ्री में पैसे या गिफ्ट्स देने का वादा करे, उस पर शक करें।
पब्लिक वाई-फाई से दूर रहें: स्टेशन या कैफे के फ्री वाई-फाई पर नेट बैंकिंग न करें।
सोशल मीडिया पर निजी जानकारी न डालें: जन्मतिथि, पता या फोन नंबर शेयर करने से हैकर्स आपका प्रोफाइल बना सकते हैं।
रियल-टाइम अलर्ट्स चालू करें: अपने बैंक अकाउंट और UPI ऐप्स पर SMS और ईमेल नोटिफिकेशन्स ऑन रखें।
सरकार और बैंक क्या कर रहे हैं?

NPCI की गाइडलाइन्स: NPCI ने UPI ट्रांजैक्शन्स के लिए 10 लाख रुपये प्रति दिन की लिमिट तय की है। साथ ही, कॉल मर्ज स्कैम के बारे में जागरूकता अभियान चलाए हैं।
साइबर पुलिस की कार्रवाई: दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में साइबर क्राइम सेल्स ने हाल में 50 से ज़्यादा फर्जी कॉल सेंटर्स बंद किए हैं।
बैंकों की नई सुविधाएं: कई बैंकों ने UPI ट्रांजैक्शन्स के लिए 24 घंटे का कूलिंग पीरियड शुरू किया है, ताकि शिकायत मिलने पर पैसे वापस मिल सकें।
सतर्कता ही सुरक्षा
साइबर क्राइम से लड़ने के लिए सबसे बड़ा हथियार है जागरूकता। अगर आपको कोई कॉल, मैसेज या ईमेल शकीना लगे, तो तुरंत उसे ब्लॉक कर दें। NPCI और बैंकों द्वारा दी गई गाइडलाइन्स को फॉलो करें। याद रखें, आपकी एक छोटी सी गलती ठगों को मौका दे सकती है। इसलिए, “सोचो, समझो, फिर क्लिक करो” के मंत्र को अपनाएं।

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