CUET UG 2025 – अब आप मनचाहे विषय में दे सकते हैं यूनिवर्सिटी परीक्षा, बस कंप्यूटर आता हो
Posted by Admin | 10 December, 2024

अगर आपको दिल्ली यूनिवर्सिटी, बीएचयू सहित देश के ढाई से ज़्यादा यूनवर्सिटी में 12वीं क्लास के बाद दाखिला लेना है तो इसके लिए एक टेस्ट पास करना ज़रूरी है। इस टेस्ट का नाम है CUET-UG यानी Central Universities Common Entrance Test or CUET exam 2025)। इस CUET-UG के स्कोर से देश की 250 से अधिक यूनिवर्सिटीज में दाखिला मिलता है।
अब यूजीपी ने ऐलान किया है कि साल 2025 से सीयूईटी यूजी 2025 एंट्रेस टेस्ट में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं। सबसे बड़ा बदलाव यह है कि अब आप सीयूईटी यूजी परीक्षा किसी भी विषय में दे सकेंगे, चाहे वह विषय 12वीं में आपने लिया हो या नहीं। यानी अगर हिन्दी साहित्य नहीं लिया था, लेकिन आपको लगता है कि अब कर लेंगे तो इसका भी पेपर अब आप दे सकते हैं।
दूसरा बड़ा बदलाव है कि अब केवल कंम्प्यूटर के सामने ही यानी सीबीटी मोड में ही परीक्षा देनी होगी। पिछली बार दोनों ही मोड यानी हाइब्रिड मोडमें परीक्षा आयोजित हो रही थी।
सीयूईटी यूजी में इन बदलावों का ऐलान यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने किया है। उन्होंने बताया कि CUET-UG परीक्षाओं की समीक्षा के लिए एक EXPERT COMMITE गठित की गई थी, जिसकी सिफारिशों को लागू किया जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले साल CUET-UG हाईब्रिड मोड में हुई थी. लेकिन आने वाले साल में परीक्षा सीबीटी मोड यानी कंप्यूटर बेस्ड मोड में ही होगा। इसके अलावा सभी पेपर की अवधि 60 मिनट तय की जा सकती है। साथ ही सभी Questions solved करने की अनिवार्यता और विदेशी भाषा के पेपर में कमी भी की जा सकती है।
यूजीसी ने बताया कि इस बार विषयों की संख्या घटाकर 63 से 37 कर दी गई है। हटाए गए विषयों के लिए एंट्रेस टेस्ट सामान्य योग्यता परीक्षा (GAT) के अंकों के बेस पर होगा।
2022 में कौन सा टेस्ट हुआ था ?

2022 में, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों, प्रमाणपत्रों, प्रमाणन पाठ्यक्रमों और शोध कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) शुरू किया था। इस परीक्षा को शुरू करने का उद्देश्य संस्थानों में एडमिशन को सरल बनाना था, जिससे कई शैक्षिक पृष्ठभूमि के छात्रों को एक जैसा मौका मिल सके।
साल 2023 में 283 यूनिवर्सिटीज ने CUET के जरिए ही एडमिशन लिए थे, जिसमें 13 लाख से ज़्यादा उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया। विश्वविद्यालयों को इस नेशनल लेवल के एंट्रेंस टेस्ट को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करके, CUET ने प्रवेश प्रक्रिया को मैनेज किया गया है। अलग-अलग कट-ऑफ अंकों पर डिपेंडेंसी को भी कम किया है और सिस्टम को ज़्यादा ट्रांसपरेंट(transparent0और टेक्निकल फ्रेंडली(technical friendly) बनाया है।
मनचाहे विषय में दे सकेंगे exam

यूजीसी ने कहा कि उम्मीदवारों को वह विषय भी चुनने का अवसर दिया जाएगा, जो उन्होंने 12वीं में नहीं पढ़े होंगे, ताकि छात्रों को उच्च शिक्षा में कठोर अनुशासनात्मक सीमाओं को पार करने की अनुमति मिल सके. इसका मतलब है कि स्टूडेंट्स अब ग्रेजुएशन में किसी भी विषय में दाखिला ले सकेंगे, चाहे वह विषय 12वीं में पढ़ा हो या नहीं। 12वीं की स्ट्रीम अब कोई मायने नहीं रखेगी।
केवल 5 सब्जेक्ट में ही EXAM

CUET UG परीक्षा में अब एक साथ पांच सब्जेक्ट में टेस्ट दिया जा सकता है। पहले यह सीमा 6 विषयों की थी इस तरह अब परीक्षा की अवधि 60 मिनट की होगी। इतना ही नहीं पहले ये 45 से 60 मिनट तक होती थी। एक और बड़ा बदलाव किया है कि अब बहुविकल्पीय यानी ऑप्शनल प्रश्न नहीं रखे जाएंगे। इसकी जगह सारे प्रश्न अनिवार्य होंगे।

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