जिन स्वाति मालीवाल को केजरीवाल ने इतना ‘बड़ा’ बनाया, वह ‘बगावत’ पर क्यों उतारू हो गईं, अंदर की पूरी कहानी जिन स्वाति मालीवाल को केजरीवाल ने इतना
Posted by Admin | 16 May, 2024

दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद Swati Maliwal को लेकर हंगामा मचा हुआ है। बीजेपी ने इसको मुद्दा बनाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। दरअसल स्वाति मालीवाल ने 13 मई को दिल्ली पुलिस को कॉल करके अपने साथ दिल्ली के सीएम हाउस में मारपीट का आरोप लगाया था, लेकिन एफआईआर दर्ज नहीं कराई थी। इसके बाद बीजेपी और दूसरी पार्टियों ने जब Swati Maliwal के बारे में और जानकारी चाही तो आम आदमी पार्टी के सांसद Sanjay Singh ने केवल इतना माना कि Kejriwal के पीए विभव कुमार ने उनके साथ अभद्रता की है, इस पर कार्रवाई की जाएगी। इस बीच बीजेपी ने चुनाव के ऐन मौके पर महिला सुरक्षा और सम्मान का मुद्दा बनाकर केजरीवाल को बुरी तरह घेर लिया है। हाल ये है कि जो केजरीवाल जेल से छूटकर अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार करने और इंडिया गठबंधन का बड़ा नेता बनने आए थे, उल्टे स्वाति मालीवाल ने उनके सारी संभावनाओं को पलीता लगा दिया और खुद गायब हो गईं हैं।
बाद में 16 मई को दिल्ली पुलिस की टीम उनके घर गई और बयान दर्ज कराए। इसके बाद स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पुलिस को मैंने अपना बयान दे दिया है। साथ में उचित कार्रवाई की उम्मीद भी जताई है। लेकिन अभी तक उन्होंने खुलकर मुख्यमंत्री आवास में अपने साथ हुए पूरे घटनाक्रम का जिक्र नहीं किया है। लेकिन मालीवाल ने आरोपों को वापस नहीं लिया, जो कि केजरीवाल चाहते थे। इन सब के पीछे अंदरखाने क्या चल रहा है, इसकी पड़ताल करते हैं। ये भी जानेंगे कि इतनी कम उम्र में स्वाति मालीवाल इतनी बड़ी नेता कैसे बन गईं और केजरीवाल ने उनके साथ कौन सा खेल खेला, जिससे वे भड़क गईं हैं और ऐन चुनाव के मौके पर आम आदमी पार्टी को ही बर्बाद करने पर तुल गई हैं। ये भी बड़ा सवाल है कि क्या अब वो बीजेपी में जाने की तैयारी कर रही हैं। अंदरखाने जो हो रहा है, उसको जानकर आप हैरान हो जाएंगे । अब हाल ये है कि मीडिया हर तरफ Aam Aadmi Party से स्वाति मालीवाल के बारे में पूछ रही है और आप संसद संजय सिंह को मानना पड़ा कि केजरीवाल के पीए विभव कुमार ने स्वाति से अभद्रता की है।
इसके बाद लखनऊ में अखिलेश यादव और केजरीवाल की संयुक्त Press Confrence होती है, और मीडिया बार बार स्वाति मालीवाल के बारे में पूछता है। केजरीवाल चुप्पी साध लेते हैं और अखिलेश यादव को जवाब देना पड़ता है।
स्वाति मालीवाल के साथ क्या हुआ ?

अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसा क्या है, जो आम आदमी पार्टी बता नहीं पा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केजरीवाल, अब स्वाति मालीवाल को राज्यसभा सांसद पद से हटाना चाहते हैं। जनवरी 2024 में ही स्वाति मालीवाल को राज्यसभा सांसद बनाया गया और अब उनको इस्तीफा देने के लिए कहा जा रहा है। इसका कारण है कि स्वाति की जगह केजरीवाल एक ऐसे कांग्रेसी नेता को राज्यसभा भेजना चाहते हैं, जो इस समय उनके बड़े काम का है और उस दिन स्वाति मालीवाल केजरीवाल से यही बात क्लियर करने के लिए मिलना चाहती थीं। लेकिन उनके पीए विभव कुमार को निर्देश था कि स्वाति से केजरीवाल नहीं मिलेंगे, इसलिए अंदर नहीं आने दिया जाए। इसी बात को लेकर विभव कुमार ने स्वाति को रोका और बात बढ़ गई। इससे पहले स्वाति मालीवाल केजरीवाल के जेल जाने के बाद पार्टी की गतिविधियों में गैरहाजिर चल रही थीं। इससे भी केजरीवाल नाराज थे। इस मनमुटाव का असर पुलिस तक पहुंच जाएगा, यह केजरीवाल ने सोचा नहीं था। लेकिन स्वाति मालीवाल ने उस दिन वही किया और बीजेपी को बैठे बिठाए इतना बड़ा मुद्दा ठीक चुनाव से पहले मिल गया। हालांकि स्वाति ने पीसीआर को कॉल किया और थाने भी गईं, लेकिन कोई एफआईआर नहीं कराई। इसके बाद BJP मीडिया सेल के हेड ने ट्वीट करके मामले को सार्वजनिक कर दिया। इतना ही नहीं अब केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय महिला आयोग को जांच सौंप दी और उसने दिल्ली पुलिस को जांच का निर्देश दे दिया। दिल्ली पुलिस 16 मई को स्वाति मालीवाल के घर गई और लिखित बयान ले लिया।
इस बीच बीजेपी लगातार इस मुद्दे पर हमलावर है।
कैसे इतनी बड़ी नेता बनीं स्वाति मालीवाल?

आगे बढ़ने से पहले जान लीजिए कि इतनी छोटी सी उम्र में स्वाति मालीवाल इतनी बड़ी नेता कैसे बन गईं? 15 अक्टूबर 1984 को गाज़ियाबाद में जन्मी स्वाति मालीवाल के पिता एयरफोर्स आफिसर और मां रिटायर्ड प्रिंसिपल हैं। कुछ दिन पहले उन्होंने एक इंटरव्यू में अपने बचपन में पिता पर मारपीट और शोषण के आरोप लगाकर सनसनी मचा दी थी। उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि पिता इतनी पीटते थे कि उन्हें बचने के लिए रात-रात भर बेड के नीचे छुपना पड़ता था। पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने एमिटी इंटरनेशनल स्कूल से आईटी सॉफ्टवेयर की डिग्री ली। कुछ दिन जॉब करने के बाद वे एनजीओ परिवर्तन से जुड़ गईं। इसके साथ मनीष सिसौदिया के एनजीओ इंडिया अगेंस्ट करप्शन की सबसे कम उम्र की सदस्य बन गईं। एनजीओ में ही उनकी मुलाकात हरियाणा में काम करने वाले सदस्य नवीन जयहिन्द से हुई और दोनों ने शादी कर ली। बाद में दोनों का फरवरी 2020 में तलाक भी हो गया।
‘बगावती’ तेवर क्यों अपनाए?

केजरीवाल ने 2015 में Swati Maliwal को दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष बना दिया और उन्होंने जबरदस्त काम भी किया। उनकी तेजतर्रार छवि के कारण पूरे देश में स्वाति की पहचान बन गई। केजरीवाल उनको भरोसेमंद मानते थे, इसलिए इसी साल जनवरी 2024 में उनको राज्यसभा का सांसद बना दिया गया। लेकिन इस बीच केजरीवाल शराब घोटाले में जेल चले जाते हैं और इस केस में उनकी सबसे ज़्यादा मदद करते हैं कांग्रेस के नेता और सुप्रीम कोर्ट के बड़े वकील अभिषेक मनु सिंघवी। उनकी ही पैरवी के कारण केजरीवाल अभी अंतरिम जमानत पर जेल से बाहर हैं और आगे भी उनकी बड़ी ज़रूरत केजरीवाल को पड़ने वाली है। इसीलिए केजरीवाल अब सिंघवी को राज्यसभा सांसद बनवाना चाहते हैं और इसके लिए स्वाति मालीवाल का इस्तीफा चाहिए। केजरीवाल को लगता था कि स्वाति को इतनी कम उम्र में आगे बढ़ाया तो वह मान जाएंगी, लेकिन इंसान की फितरत है कि वो जब अपना नुकसान देखता है तो एहसान भूल जाता है। स्वाति मालीवाल भी अब बगावती हो गई हैं। वो इस्तीफा देने को तैयार नहीं हैं और इसी कारण पीए विभव कुमार से झगड़ा हो गया। अब इस पूरे केस में केजरीवाल के पीए विभव कानूनी शिकंजे में आ गए हैं। वो केजरीवाल को बहुत भरोसेमंद हैं और केजरीवाल उनको कैसे सज़ा दे सकते हैं। सूत्रों का दावा है कि स्वाति से कहा गया है कि वे पुलिस को लिखकर दे दें, उनको इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करनी है, उसके बाद केजरीवाल उनसे मिलेंगे, लेकिन स्वाति तब तक लिखकर देने को तैयार नहीं हैं, जब तक कि उनकी राज्यसभा सीट से इस्तीफा न लेने का वचन दे दिया जाए। इस देरी में बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में मुद्दा बना लिया है। उधर केजरीवाल का पूरा इलेक्शन कैंपेन खराब हो रहा है। बीजेपी इसे बड़ा मुद्दा बना रही है। तो ये थी अंदर की कहानी, जो बेहद दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है।

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